PM मोदी के साथ साझा बयान में बोले सऊदी अरब के प्रिंस क्राउन - आतंक के खिलाफ हर कदम पर सहयोग करेंगे

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सऊदी अरब के शहजादे मोहम्मद बिन सलमान बिन अब्दुल अजीज अल सऊद ने बुधवार को मीडिया को संबोधित किया। भारत और सऊदी अरब के बीच पांच समझौते हुए। इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि सऊदी के प्रिंस का स्वागत करके खुश हूं। क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान से बातचीत के बाद पीएम मोदी ने कहा कि सऊदी अरब हमारा मूल्यवान साझीदार है। पीएम मोदी ने कहा, भारत और सऊदी अरब के आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक संबंध सदियों पुराने हैं। मोदी ने कहा दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंध पहले से मजबूत हुए हैं। दोनों देशों ने आर्थिक संबंधों को नई ऊंचाई पर पहुंचाया। दोनों देश रणनीतिक काउंसिल बनाएंगे। दोनों देशों में ऊर्जा को लेकर नए करार हुए। रक्षा सहयोग पर चर्चा सफल रही।

और यह सदैव सौहार्द्रपूर्ण और मैत्रीपूर्ण रहे हैं। सऊदी अरब के भारत में निवेश करने का पीएम मोदी ने स्वागत करते हुए कहा कि इससे द्विपक्षीय संबंधों को मजबूती मिली है। निवेश, ऊर्जा और व्यापार के क्षेत्र में विस्तार हुआ है। उन्होंने कहा कि सऊदी अरब के नागरिकों के लिए ई-वीजा की भी घोषणा की। पीएम मोदी ने इस दौरान मंच से पाकिस्तान पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा आतंक के समर्थक देशों पर दवाब बढ़ाने की जरूरत है। उन्होंने पुलवामा हमले का जिक्र करते हुए कहा कि दोनों देश इस बात पर सहमत है कि आतंकवाद का समर्थन कर रहे देशों पर दवाब बढ़ाया जाएगा।

पीएम मोदी ने कहा, पुलवामा में हुआ बर्बर हमला दुनिया पर छाई खतरे की निशानी है। हम इस बात पर सहमत हैं कि आतंकवाद को समर्थन देने वाले देशों पर संभव दबाव बनाने की आवश्यकता है। पीएम ने कहा, आतंकवाद का इंफ्रास्ट्रक्चर नष्ट करना और इसको समर्थन समाप्त करना और आतंकवादियों और उनके समर्थकों को सजा दिलाना बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा, हम इस बात पर भी सहमत हुए हैं कि काउंटर Terrorism, समुद्री सुरक्षा और साइबर सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में और मजबूत द्विपक्षीय सहयोग दोनों देशों के लिए लाभप्रद रहेंगे।

सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस ने कहा कि अतिवाद और आतंकवाद हमारी कॉमन चिंताएं हैं। हम अपने मित्र भारत को बताना चाहते हैं कि हम सभी मोर्चों पर सहयोग करेंगे, इसमें खुफिया जानकारी साझा करना है। हम अपनी आने वाली पीढ़ियों के लिए एक उज्जवल भविष्य सुनिश्चित करने के लिए हर किसी के साथ काम करेंगे।

पीएम ने कहा, आज हमने द्विपक्षीय संबंधों के सभी विषयों ​​पर व्यापक और सार्थक चर्चा की है। हमने अपने आर्थिक सहयोग को नई ऊंचाइयों पर ले जाने का निश्चय किया है। पीएम ने कहा, साथ ही अतिवाद के खिलाफ सहयोग और इसके लिए एक मज़बूत कार्ययोजना की भी जरूरत है, ताकि हिंसा और आतंक की ताकतें हमारे युवाओं को गुमराह न कर सकें। मुझे खुशी है कि सऊदी अरब और भारत इस बारे में साझा विचार रखते हैं।

पीएम ने कहा, पश्चिम एशिया और खाड़ी में शांति और स्थिरता सुनिचित करने में हमारे दोनों देशों के साझा हित हैं। आज हमारी बातचीत में, इस क्षेत्र में हमारे कार्यों में तालमेल लाने और हमारी भागीदारी को तेजी से आगे बढ़ाने पर सहमति हुई है।

संबंधों को प्रगाढ़ बनाने में मदद मिलेगी

इससे पहले पीएम मोदी ने अपने ट्वीट में कहा, 'भारत सऊदी अरब के शहजादे मोहम्मद बिन सलमान का स्वागत करता है। इस यात्रा से भारत और सऊदी अरब के संबंधों को और प्रगाढ़ बनाने में मदद मिलेगी। मंगलवार को सऊदी अरब के शहजादे मोहम्मद बिन सलमान बिन अब्दुल अजीज के आगमन पर प्रधानमंत्री मोदी ने प्रोटोकाल से अलग हटते हुए स्वयं उनकी आगवानी की थी। सऊदी अरब के शहजादे भारत की पहली द्विपक्षीय यात्रा पर आए हैं।

आज हम रिश्तों को बरकरार रखना चाहते हैं

वहीं इससे पहले राष्ट्रपति भवन में स्वागत समारोह के दौरान सऊदी अरब के युवराज मोहम्मद बिन सलमान ने मीडिया से बात करते हुए कहा, "आज हम रिश्तों को बरकरार रखना चाहते हैं, और दोनों देशों के भले के लिए उन्हें बेहतर करना चाहते हैं. मुझे पूरा भरोसा है कि राष्ट्रपति तथा प्रधानमंत्री के नेतृत्व में हम सऊदी अरब और भारत के लिए अच्छे काम कर सकते हैं."

बता दें कि पीएम मोदी ने एयरपोर्ट पहुंचकर सऊदी अरब का स्वागत किया था. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट में कहा कि प्रोटोकाल से अलग हटते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्वयं सऊदी अरब के शाहजादे मोहम्मद बिन सलमान बिन अब्दुल अजीज की आगवानी की. इस दौरान उनके साथ विदेश राज्य मंत्री जनरल वीके सिंह भी थे. शाहजादे के दौरे के दौरान पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद का विषय एक प्रमुख मुद्दा रहेगा. साथ ही दोनों देश रक्षा संबंधों में बढ़ोतरी पर भी चर्चा करेंगे, जिसमें संयुक्त नौसेना अभ्यास शामिल है. इस अवसर पर सऊदी अरब के शहजादे मोहम्मद बिन सलमान ने कहा कि वह भारत की यात्रा पर आकर बहुत प्रसन्न हैं। भारत और सऊदी प्रायद्वीप का रिश्ता काफी पुराना है जो 2000 साल से भी पहले से शुरू होता है। उन्होंने कहा कि भारत और सऊदी प्रायद्वीप का रिश्ता हमारे डीएनए में बसा है।

सऊदी अरब के शहजादे ने कहा कि भारत के लोग हमारे मित्र हैं और पिछले 70 साल से सऊदी अरब को आगे बढ़ाने में योगदान दे रहे हैं। दो दिवसीय यात्रा के दौरान इस बात पर ध्यान होगा कि सऊदी (अरब) भारत के लिए किस प्रकार से काम कर सकता है। हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि दोनों देशों की खातिर हम इस संबंध को किस प्रकार बनाये रखेंगे और बेहतर बनाएंगे।