सबरीमाला मंदिर : महिलाओं के प्रवेश के बाद केरल में हालात बिगड़े, 750 लोग गिरफ्तार, 559 मामले दर्ज, बड़ी बातें

केरल के सबरीमाला मंदिर में दो महिलाओं कनकदुर्गा (44 वर्ष) और बिंदू (42 वर्ष) के प्रवेश के बाद हालात बिगड़ते ही जा रहे हैं। इस घटना के सामने के आने बाद केरल में कई जगह पर स्थानीय लोगों ने राज्य सरकार के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन किए। इस दौरान उन्होंने पुलिस पर पत्थर फेंके और अपना विरोध दर्ज कराया। कई जगहों पर स्थानीय संगठनों ने बंद का भी आह्वान किया। केरल में बुधवार से जारी हंगामे में राज्य परिवहन की 100 से ज्यादा बसों में तोड़फोड़ की गई। पुलिस ने हिंसक घटनाओं के करीब 559 मामले दर्ज किए। वहीं 750 लोगों को गिरफ्तार किया। इस मामले में पुलिस ने 628 अन्य लोगों को हिरासत में भी लिया।

सबरीमाला मंदिर विवाद से जुड़ी बड़ी बातें

- सबरीमाला कर्मा समिति ने मंदिर प्रागण में महिलाओं के प्रवेश के विरोध में बंद बुलाया। बीजेपी ने समर्थन किया।

- महिलाओं के मंदिर में प्रवेश के बाद से ही हिंदूवादी संगठनों के कार्यकर्ताओं ने राज्य के कई जिलों में हिंसक प्रदर्शन किए।

- हिंसक प्रदर्शन के दौरान कई आम नागरिक भी घायल हुए। प्रदर्शन के दौरान बीजेपी के तीन कार्यकर्ताओं को चोटें लगी।

- हिंसक प्रदर्शन के बीच सूबे के मुख्यमंत्री पी. विजयन ने राज्य में बिगड़ी कानून व्यवस्था के लिए आरएसएस को जिम्मेदार बताया है।

- सीएम विजयन ने कहा कि आरएसएस के लोग जानबूझकर स्थानीय लोगों को भड़का रहे हैं ताकि वह उनके साथ सड़क पर उतर सकें।

- सीएम ने कहा कि जो महिलाएं मंदिर के अंदर गई उन्हें किसी ने हवाई जहाज से नहीं वहां पहुंचाया था। वह अन्य श्रद्धालुओं की तरह ही समान्य रास्ते से गई थी। कुछ संगठन राज्य को वार जोन बनाना चाहते हैं।

- राज्य में हो रही हिंसा को देखते हुए राज्यपाल ने मुख्यमंत्री से इस घटना को लेकर रिपोर्ट मांगी है। साथ ही उन्होंने सभी समुदाय और वर्ग के लोगों से शांति बनाए रखने की अपील भी की है।

- केरल पुलिस ने चंद्रण उन्नीथन की हत्या के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार किया है। चंद्रण उन्नीथन सबरीमाला कर्मा समिति द्वारा बुलाए गए प्रदर्शन में हिस्सा ले रहे थे।

- राज्य के सीएम ने कहा था कि चंद्रण उन्नीथन की मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई थी। उन्होंने बताया था कि चंद्रण की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ है।

- कई बार पहले भी कुछ महिला संगठनों की महिलाओं ने मंदिर में प्रवेश की कोशिश की थी। लेकिन वह कभी इसमे सफल नहीं हो पाईं।

- सबरीमाला कर्मा समिति की तरफ से बुलाई गए इस हड़ताल के दौरान राज्य में सत्ताधारी सीपीएम के 20 से ज्यादा दफ्तरों पर हमले किए गए। थ्रिसूर में बीजेपी और सोशल डेमोक्रैटिक पार्टी ऑफ इंडिया (SDPI) के कार्यकर्ताओं के बीज झड़प हुई जिसमें बीजेपी के तीन कार्यकर्ताओं पर चाकू से हमला हुआ। वहीं बुधवार को विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए 55 वर्षीय चंद्रन उन्नीथन की मौत हो गई। विरोध रैली के दौरान सीपीएम कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शनकारियों पर पत्थरबाजी की थी।

वही देर रात एक 46 साल की श्रीलंकाई महिला सबरीमाला मंदिर में दर्शन किए। मिली जानकारी के मुताबिक, महिला दर्शन के लिए जा रही थी तभी उसकी उम्र को लेकर विवाद शुरू हो गया और कई लोग उसके मंदिर प्रवेश के विरोध में प्रदर्शन करने लगे। इसके बाद महिला ने पुलिस को अपने मेडिकल सर्टिफिकेट दिखाए, जिसके बाद मंदिर तक उसे पुलिस सुरक्षा प्रदान की गई।

बता दें कि ऑपरेशन के जरिए यदि किसी महिला का यूटरस निकाल दिया गया हो तो उसे पीरियड्स नहीं आते हैं। मंदिर की परंपरा के अनुसार ऐसी स्थिति में उसे दर्शन की अनुमति दी जाती है।