यूक्रेन की राजधानी कीव में घुसे रूसी सैनिक, NATO ने 100 जंगी जहाज किए तैनात

रूस ने गुरुवार सुबह 8:30 बजे यूक्रेन पर हमला बोल दिया। रूसी सैनिक अब यूक्रेन की राजधानी कीव में घुस चुके हैं। यूक्रेन की राजधानी कीव समेत, खार्कीव, ओडेशा इत्यादि शहरों में रूस की ओर से मिसाइलें दागी जा रही हैं। हवाई हमले हो रहे हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, अब तक 40 यूक्रेनी सैनिक और 10 नागरिक मारे जा चुके हैं। वहीं, यूक्रेन ने रूस के 50 सैनिकों को मारने और 6 फाइटर जेट्स-टैंक्स तबाह करने का दावा किया। रूस तीन तरफ से यूक्रेन पर हमले कर रहा है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जलेंस्की ने कहा है कि उनका देश रूस के सामने झूकेगा नहीं और न ही आत्मसमर्पण करेगा। वोलोदिमीर जेलेंस्की ने मीडिया से बातचीत में कहा कि रूस को अगर लगता है यूक्रेन उसके सामने झुक जाएगा तो वह गलतफहमी में हैं। यूक्रेन के राष्ट्रपति ने अपने नागरिकों से अपील की है कि जो रूसी आक्रमण से देश की रक्षा करना चाहते हैं वे आगे आएं और हथियार उठाएं। वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा कि जो नागरिक रूस के खिलाफ संघर्ष में शामिल होना चाहते हैं, उन्हें यूक्रेन सरकार हथियार मुहैया कराएगी।

उधर, यूक्रेन में भारतीय राजदूत ने कहा है कि कीव में इंडियन एम्बेसी बंद नहीं होगी। यह पहले की तरह काम करती रहेगी। वहीं, विदेश राज्यमंत्री वी। मुरलीधरन ने कहा- विदेश मंत्रालय यूक्रेन से छात्रों सहित लगभग 18,000 भारतीयों को वापस लाने के लिए कदम उठा रहा है। यूक्रेन में हवाई क्षेत्र बंद है इसलिए भारतीय नागरिकों को निकालने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की जा रही है।

जेलेंस्की ने एक ट्वीट में यूक्रेन पर रूसी हमले की तुलना नाजी जर्मनी से की। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, 'रूस ने सुबह हमारे देश पर विश्वासघाती हमला किया, जैसा कि नाजी जर्मनी ने द्वितीय विश्व युद्ध में किया था। आज से रूस और यूक्रेन विश्व इतिहास के दो हिस्से हैं। रूस बुराई के रास्ते पर चल पड़ा है, लेकिन यूक्रेन अपना बचाव कर रहा है और वह अपनी स्वतंत्रता को गिरवी नहीं रखेगा, चाहे मॉस्को कुछ भी सोचता हो।'

उधर, उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (NATO) ने चेतावनी भरे लहजे में कहा है कि रूस को अपनी सैन्य कार्रवाई रोकते हुए फौरन यूक्रेन से हट जाना चाहिए। रूस को अंतर्राष्ट्रीय नियमों को सम्मान करना चाहिए। रूस की नीयत दुनिया देख रही है, वो यूक्रेन पर अपनी ताकत का इस्तेमाल कर रहा है। नाटो महासचिव जेन्स स्टोल्टेनबर्ग ने यूक्रेन पर रूस की कार्रवाई को अकारण और अनुचित हमला करार दिया।

उत्तरी अटलांटिक परिषद की एक असाधारण बैठक के बाद ब्रुसेल्स (बेल्जियम ) स्थित NATO मुख्यालय में मीडिया से स्टोल्टेनबर्ग ने कहा, हमारे पास अपने हवाई क्षेत्र की रक्षा करने वाले 100 से अधिक जेट और उत्तर से भूमध्य सागर तक समुद्र में 120 से अधिक जंगी जहाजों बेड़ा है। हम अपने सहयोगी को हमले से बचाने के लिए जो भी जरूरी होगा वह करेंगे।

इधर, नई दिल्ली में यूक्रेन एम्बेसडर मीडिया के सामने आए और PM नरेंद्र मोदी से मदद की गुहार लगाई। अमेरिका और यूरोपीय यूनियन (EU) भी सैन्य और आर्थिक हमले की तैयारी में जुट गए हैं। EU प्रेसिडेंट उर्सला ने कहा- रूस की इकोनॉमी को तबाह कर दिया जाएगा।