पाकिस्तान को झटका, रूस ने कहा - भारत ने 370 पर फैसला संविधान के अनुसार लिया

जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 (Article 370) को लेकर भारत द्वारा लिए गए फैसले का रूस ने भी समर्थन किया है। रूस के विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत ने जो भी फैसला लिया है वह संविधान के अनुसार ही लिया है। रूस के विदेश मंत्रालय की तरफ से जारी बयान में कहा गया, हमें उम्मीद है कि भारत-पाकिस्तान के मतभेदों को द्विपक्षीय आधार पर राजनीतिक और राजनयिक तरीकों से हल किया जाएगा। भारत और पाकिस्तान जम्मू-कश्मीर में किए गए बदलाव के बाद किसी तरह के तनाव को बढ़ावा नहीं देंगे।

दरहसल, भारत सरकार ने गत पांच जुलाई को ऐतिहासिक फैसला करते हुए जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 (Article 370) को खत्म कर दिया। इसके अलावा जम्मू-कश्मीर और लद्दाख को केंद्रशासित प्रदेश घोषित किया। भारत सरकार के इस फैसले के बाद पाकिस्तान की सियासत में भूचाल आ गया है। भारत सरकार के फैसले के बाद पाकिस्तान ने कहा कि वह कश्मीर मसले को अंतरराष्ट्रीय मंचों एवं राष्ट्र प्रमुखों के साथ उठाएगा।

पाकिस्तान कश्मीर मसले पर अपने लिए समर्थन जुटाने की कोशिश में है और इसके लिए उसकी तरफ से कोशिशें भी लगातार की जा रही हैं लेकिन कोई भी देश न तो उसके साथ खड़ा हुआ है और न ही उसके सुर में सुर मिला रहा है। उसे मुस्लिम देशों से उम्मीद थी कि वे कश्मीर मुद्दे पर उसका साथ देंगे लेकिन उसे निराशा मिली है। खाड़ी देशों में पाकिस्तान के सऊदी अरब के साथ सबसे करीबी रिश्ते है और सऊदी अरब उसे मुश्किल वक्त से बाहर निकालता रहा है लेकिन इस बार उसने भी उसका साथ नहीं दिया है। खाड़ी का दूसरा महत्वपूर्ण देश संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने उसे झटका दिया है। यूएई ने साफ कह दिया है कि कश्मीर भारत का आंतरिक मसला है। बाकी मुस्लिम देशों की भी कमोबेश यही राय है।

चीन के दरवाजे पहुंचा पाकिस्तान

वही चीन पहुंचे पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने दावा किया है कि बीजिंग ने कश्मीर पर उनके रुख का समर्थन किया है। चूंकि, चीन उसका सबसे भरोसेमंद साथी इसलिए कुरैशी सबसे पहले चीन के दरवाजे पर पहुंचे हैं। कुरैशी ने गुरुवार को चीन के विदेश मंत्री वांग यी और अन्य नेताओं से मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद कुरैशी ने कई ट्वीट किए। उन्होने दावा करते हुए कहा, 'मेरी आज चीन के विदेश मंत्री वांग यी के साथ एक बड़ी एवं निर्णयात्मक बैठक हुई। पाकिस्तान चीन के साथ भाई जैसा संबंध रखता है और इस संबंध को जाहिर करते हुए चीन ने पाकिस्तान को अपना समर्थन देने का भरोसा दिया।' उन्होंने कहा, 'कश्मीर में भारत की 'आक्रामकता'' के खिलाफ पाकिस्तान और चीन एक साथ हैं और दोनों देश क्षेत्र में शांति एवं स्थिरता का आह्वान करते हैं।' कुरैशी ने दावा किया, 'विदेश मंत्री वांग यी ने यह माना कि कश्मीर में भारत के आक्रामक रवैया के चलते वहां के लोगों को नुकसान पहुंच सकता है और वे अपनी आवाज नहीं उठा पाएंगे। भारत के इस कदम से पूरा क्षेत्र खतरे का सामना करेगा।' विदेश मंत्री ने कहा कि 'कश्मीरी लोगों की आवाज दुनिया में पहुंचाने के लिए दोनों देश मिलकर काम करेंगे।'