रूस में आखिर क्यों दी जा रही कोरोना वैक्सीन लगवाने के बाद सेक्स से दूर रहने की सलाह!

कोरोना वायरस की दो-दो वैक्सीन बना चुका रूस दुनिया में सबसे कम वैक्सीनेशन करने वाले देशों में से एक है। रूस में केवल 13%लोगों को ही कोरोना वायरस वैक्सीन की दोनों डोज दी गई है। जबकि, बाकी के यूरोपीय देशों में यह आंकड़ा औसतन 30% के ऊपर है। रूस को वैक्सीनेशन की धीमी रफ्तार के लिए आलोचना का सामना भी करना पड़ रहा है। वहीं, इस बीच रूस के स्वास्थ्य अधिकारियों ने कोरोना वैक्सीन लगवा चुके लोगों को सेक्स से दूर रहने की सलाह दी है। अधिकारियों ने लोगों को सलाह दी है कि वे कोरोना वैक्सीन लगवाने के बाद कम से कम तीन दिन तक सेक्स से दूर रहें। सेराटोव क्षेत्र के उप स्वास्थ्य मंत्री डॉ डेनिस ग्रेफर ने कहा कि रूसियों को सेक्स के साथ-साथ सेक्स करने के बाद बढ़े हुए शारीरिक तनाव से दूर रहना चाहिए। रूस में इससे पहले भी लोगों को वैक्सीनेशन के तुरंत बाद वोदका पीने, ध्रूमपान करने और भाप लेने से बचने को कहा गया था।

डॉ डेनिस ग्रेफर ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि मेरा मानना है और हर कोई भी यह जानता है कि सेक्स एक बहुत ज्यादा ऊर्जा की खपत करने वाली गतिविधि है। इसलिए हम उन लोगों को चेतावनी देते हैं जो टीकाकरण के बाद अनुशंसित नहीं है। जिन्होंने हाल में ही वैक्सीन लगवाई है उन लोगों को यौन संबंध बनाने सहित सभी तरह की शारीरिक गतिविधियों को करने से बचना चाहिए। बता दे, ग्रेफर रूस के एक योग्स चिकित्सक होने के साथ ही शीर्ष राजनेता भी है। हालांकि, उनके सेक्स बैन वाले दावे की एक वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी ने आलोचना की है। ग्रेफर के बॉस ओलेग कोस्टिन ने वैक्सीनेशन के बाद सेक्स का जिक्र करते हुए कहा कि आप इसे कर सकते हैं, बस इसे सावधानी से करें। उन्होंने यह भी कहा कि रूसियों को सामान्य समझ होनी चाहिए और इसे ज्यादा नहीं करना चाहिए।

स्पुतनिक वी वैक्सीन की डोज लगाई जा रही है

रूस अपने नागरिकों को स्पुतनिक वी वैक्सीन की डोज लगवा रहा है। यह वैक्सीन भी एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन की तरह ही दो खुराक वाली है। रूस की स्पुतनिक वी वैक्सीन को अभी तक विश्व स्वास्थ्य संगठन से मंजूरी मिलने का इंतजार है। हालांकि, अलग-अलग देशों में किए गए सर्वे में यह वैक्सीन कोरोना वायरस के खिलाफ 91।6% कारगर पाई गई है। अभी तक भारत समेत दुनिया के 67 देशों ने इस वैक्सीन को मंजूरी दे दी है।