Money Laundering Case: रॉबर्ट वाड्रा से करीब 6 घंटे हुई पूछताछ, आज फिर बुलाया गया, वकीलों ने कहा मामला राजनीति से प्रेरित

मनी लॉन्ड्रिंग केस (Money Laundering Case) के एक मामले में कांग्रेस नेता सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा (Robert Vadra) प्रवर्तन निदेशालय (ED) के दफ्तर पहुंचे। यहां उनसे तक़रीबन 6 घंटे तक पूछताछ हुई। पूछताछ के दौरान वाड्रा से 40 से ज़्यादा सवाल पूछे गए। सूत्रों के अनुसार, पूछताछ के दौरान रॉबर्ट वाड्रा (Robert Vadra) ने लंदन में किसी भी तरह की संपत्ति होने से इनकार किया। वहीं, वाड्रा ने यह भी कहा कि उनका संजय भंडारी से कोई लेना-देना नहीं है। भंडारी सिंटेक इंटरनैशन के मालिक हैं और वाड्रा की इनसे दोस्ती रही है। मनी लॉन्ड्रिंग मामले (Money Laundering Case) में ईडी वाड्रा से गुरुवार सुबह 10:30 बजे फिर से पूछताछ करेगी।

ईडी अधिकारियों की पूछताछ के बाद उनके वकील ने कहा कि रॉबर्ड वाड्रा एक बेहतर इंसान हैं और उन्होंने जांच में सहयोग दिया। वाड्रा के खिलाफ जो आरोप लगाए गए हैं वो राजनीति से प्रेरित है। वाड्रा के वकील सुमन ज्योति खेतान का कहना है कि वो कानून का सम्मान करने वाले शख्स है। उन्होंने ईडी को शपथ पत्र देकर कहा है कि जब भी जरूरत होगी वो प्रवर्तन निदेशालय के दफ्तर हाजिर होंगे।

बता दें कि इससे पहले रॉबर्ट वाड्रा को उनकी पत्नी और कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ईडी दफ्तर छोड़ने गईं थीं। इस बीच प्रियंका गांधी ED दफ्तर से कांग्रेस दफ्तर पहुंचीं। प्रियंका ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि 'मैं अपने पति के साथ हूं।' वाड्रा की पत्नी प्रियंका गांधी सफेद टोयोटा लैंड क्रूजर गाड़ी में उनके साथ थीं और उनके पीछे एसपीजी के सुरक्षाकर्मियों की गाड़ियां थीं। उन्होंने वाड्रा को मध्य दिल्ली के जामनगर हाउस स्थित ED के दफ्तर के सामने छोड़ा और वहां से फौरन अपनी गाड़ियों के काफिले के साथ रवाना हो गईं। वाड्रा करीब तीन बजकर 47 मिनट पर ईडी के दफ्तर पहुंचे। उनके वकीलों का एक दल पहले ही वहां पहुंच चुका था। बता दें कि यह पहला मौका है जब कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के जीजा वाड्रा संदिग्ध वित्तीय लेन-देन के आपराधिक आरोपों के सिलसिले में किसी जांच एजेंसी के समक्ष पेश हुए हैं। वाड्रा ने पहले इन आरोपों से इनकार किया था और कहा था कि राजनीतिक बदले के लिए उनके खिलाफ यह कार्रवाई की जा रही है। पिछले हफ्ते कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा के पति रॉबर्ट वाड्रा ने मनी लॉन्ड्रिंग केस में गिरफ्तारी से बचने के लिए पटियाला हाउस कोर्ट में अर्जी लगाई थी। जहां उन्हें 16 फरवरी तक के लिए अंतरिम जमानत मिल गई थी।

रॉबर्ट वाड्रा से प्रवर्तन निदेशालय (ED) पूछताछ करेगा। यह मामला कथित रूप से गैरकानूनी तरीके से विदेशों में संपत्तियां रखने से संबंधित है। रॉबर्ट वाड्रा ने इस मामले में अग्रिम जमानत के लिए दिल्ली की अदालत की दरवाजा खटखटाया था। अदालत ने उन्हें निर्देश दिया था कि वह केंद्रीय जांच एजेंसी से जांच में सहयोग करें। सूत्रों ने कहा कि जब वाड्रा एजेंसी के समक्ष पेश होंगे तो उनसे लंदन में कुछ अचल संपत्तियों की खरीद और स्वामित्व से संबंधित सौदों के बारे में पूछा जाएगा। उनका बयान मनी लांड्रिंग रोधक कानून के तहत दर्ज किया जाएगा। बता दें कि दिल्ली की एक अदालत ने वाड्रा को 16 फरवरी तक अंतरिम जमानत दी है। अदालन ने उन्हें निर्देश दिया है कि वह छह फरवरी को स्वयं उपस्थित होकर जांच में शामिल हों। यह मामला लंदन में 12 ब्रायनस्टन स्कावयर पर 19 लाख पाउंड की संपत्ति की खरीद में कथित रूप से मनी लांड्रिंग जांच से संबंधित है। यह मामला लंदन के 12 ब्रायंस्टन स्क्वायर पर स्थित एक संपत्ति की खरीद में धन शोधन के आरोपों से संबंधित है। इसे 19 लाख पाउंड में खरीदा गया था और इसका स्वामित्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के बहनोई वाड्रा के पास है।