मोदी सरकार और भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के बीच टकराव के बीच गवर्नर उर्जित पटेल ने इस्तीफा दे दिया है। उर्जित पटेल ने अपने बयान में कहा है कि वो निजी कारणों के चलते इस्तीफा दे रहे हैं। पटेल ने कहा कि यह उनके लिए बड़े सम्मान की बात थी कि वह इतने वर्षों तक आरबीआई के साथ अनेक भूमिकाओं में रहे। आपको बता दें कि केंद्र सरकार और रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के बीच पिछले काफी समय से विवाद चल रहा था। कहा जा रहा था कि सरकार ने आरबीआई एक्ट के सेक्शन-7 के भीतर अपने विशेषाधिकार को लागू कर दिया है। इसे रिज़र्व बैंक की स्वायत्ता में हस्तक्षेप माना गया था। हालांकि इस विवाद के बाद आरबीआई की ओर से केन्द्र सरकार में बयान दिया गया था कि उसके और केन्द्र सरकार के बीच स्वायत्तता को लेकर कोई विवाद नहीं हैं। भारत सरकार ने अगस्त 2016 में आरबीआई के डिप्टी गवर्नर उर्जित पटेल को नया गवर्नर घोषित किया था। उन्होंने रघुराम राजन की जगह ली थी। उनका कार्यकाल 3 साल का था। 28 अक्टूबर 1963 को जन्मे उर्जित ने लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से बीए किया है।
वहीं खबरों के मुताबिक केन्द्र सरकार और आरबीआई के विवाद के बीच केन्द्र सरकार द्वारा आरबीआई के खजाने में पड़े सिक्योरिटी डिपॉजिट को लेकर था। रिपोर्ट के मुताबिक केन्द्र सरकार केन्द्रीय रिजर्व से अधिक अंश की मांग कर रहा था।
हालांकि इस मौके पर पीएम मोदी ने उर्जित पटेल की तारीफ में दो सिलसिलेवार ट्वीट किए। उन्होंने पहले ट्वीट में कहा, 'डॉ. उर्जित पटेल मैक्रो-इकोनॉमिक मुद्दों की गहरी रखने वाले बहुत अच्छ क्षमता के अर्थशास्त्री हैं। उन्होंने बैंकिंग सिस्टम को अराजकता से बाहर निकाला और अनुशासन सुनिश्चित किया। उनके नेतृत्व में आरबीआई ने वित्तीय स्थिरता कायम की।'
पीएम मोदी ने अपने दूसरे ट्वीट में कहा, 'डॉ. उर्जित पटेल पूरी तरह से ईमानदार और पेशवर हैं। वो करीब 6 साल तक भारतीय रिजर्व बैंक में डिप्टी गवर्नर और गवर्नर के रूप में कार्यरत रहे। उन्होंने अपने पीछे महान विरासत छोड़ी। हम उनको बहुत याद करेंगे।'
वहीं, कांग्रेस ने उर्जित पटेल के इस्तीफे को लेकर मोदी सरकार को घेरा है। संसद के शीतकालीन सत्र से पहले विपक्षी दलों की महाबैठक के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा, 'आरबीआई गवर्नर ने इसलिए पद छोड़ा, क्योंकि वे सरकार के साथ काम करना नहीं चाहते थे।'
इसके साथ ही मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कांग्रेस नेता अहमद पटेल ने कहा, 'जिस तरह आरबीआई के गवर्नर को इस्तीफा देने के लिए फोर्स किया गया, वो भारत की मौद्रिक और बैंकिंग सिस्टम में दाग है। बीजेपी सरकार ने वित्तीय आपातकाल को उजागर किया है। अब देश की प्रतिष्ठा और विश्वसनीयता दांव पर है।'
पटेल ने कहा कि पिछले 70 वर्षों में जिन संस्थाओं को बेहद सावधानी से बनाया और स्थापित किया गया, उनको अब अपंग बनाया जा रहा है। इसके अलावा पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी ने उर्जित पटेल के इस्तीफे को बेहद हैरान करने वाला बताया है। उन्होंने कहा कि सीबीआई से लेकर आरबीआई तक सभी संस्थान पूरी तरह से डिजास्टर्स बन गए हैं। यह मामला बेहद हैरान कर देने वाला है।