गणतंत्र दिवस की परेड के लिए चुनी गईं 16 राज्यों की झांकियां, पश्चिम बंगाल, बिहार, केरल और महाराष्ट्र को नहीं मिली जगह

रक्षा मंत्रालय की कमेटी ने गणतंत्र दिवस की परेड के लिए 22 झांकियों को मंजूरी दे दी है। परेड में 16 राज्यों और 6 मंत्रालयों-विभागों को इजाजत दी है। मंत्रालय को कुल 56 प्रस्ताव मिले थे, जिनमें से उसने 22 को मंजूरी दी है। बिहार, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र और केरल के प्रस्वातों को खारिज कर दिया गया है। पूर्वोत्तर राज्यों से सिर्फ असम और मेघायल को ही सूची में जगह मिली है, जबकि दक्षिण भारत के राज्यों से सिर्फ केरल को ही बाहर रखा गया है। तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और तेलंगाना की झांकियों को रिपब्लिक डे परेड में शामिल किया जाएगा। इन राज्यों को जगह मिली वह है आंध्र प्रदेश, असम, छत्तीसगढ़, गोवा, गुजरात, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, मेघालय, ओडिशा, पंजाब, राजस्थान, तमिलनाडु, तेलंगाना और उत्तर प्रदेश शामिल है।

वहीं पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र के बाद अब केरल की झांकी को भी गणतंत्र दिवस की परेड में शामिल होने की इजाजत नहीं दी गई है। केरल ने अपनी झांकी के लिए थेय्यम और कलामंडलम के पारंपरिक कला का प्रस्ताव रखा था। इस प्रस्ताव को रक्षा मंत्रालय की सलेक्शन कमेटी ने खारिज कर दिया है। इससे पहले महाराष्ट्र और पश्चिम बंगाल की झांकियों को इजाजत नहीं दी गई थी। इसके साथ ही प्रस्ताव को रद्द किए जाने पर राजनीति भी शुरू हो गई है। केरल के कानून मंत्री ने इसे लेकर केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि यह फैसला केरल के प्रति उसके व्यवहार को दर्शाता है।

झांकी में उत्तराखंड, झारखंड, पुदुचेरी समेत कई राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को जगह नहीं दी गई है। महाराष्ट्र सरकार में मंत्री जितेंद्र अवध ने दावा किया है कि इस बार के गणतंत्र दिवस की परेड में महाराष्ट्र की झांकी को गृह मंत्रालय ने स्वीकार करने से इनकार कर दिया है। इस मामले पर शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा था कि महाराष्ट्र की झांकी हमेशा से देश का आकर्षण रही है। अगर यही कांग्रेस के कार्यकाल में हुआ होता तो महाराष्ट्र बीजेपी हमलावर हो जाती।