जयपुर : पुलिस के हथ्ते चढ़े जान का सौदा करने वाले तीन आरोपी, 60 हजार रुपये में रेमडेसिविर बेच रहा था सरकारी डॉक्टर

इस कोरोनाकाल में मरीजों के लिए ऑक्सीजन और रेमडेसिविर प्राणदायक साबित हो रही हैं। लेकिन कई लोग इस दौरान अपने फायदे के लिए इन दोनों की कालाबाजारी करते हुए नजर आ रहे हैं। शुक्रवार को जयपुर में पुलिस ने जाल बिछाते हुए सरकारी डॉक्टर सहित 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है जो कि रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी कर जान का सौदा कर रहे थे। यह कारवाई विद्याधर नगर थाना पुलिस ने नार्थ जिले की स्पेशल टीम (DST) की सूचना पर की गई हैं। प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया कि गिरफ्त में आया डॉक्टर करीब 60 हजार रुपए में दो इंजेक्शन उपलब्ध करवा रहा था।

डीसीपी (नार्थ) परिस देशमुख ने बताया कि गिरफ्तार डॉ. अमित कुमार सेठी (40) है। वह 21/40 कावेरी पथ मानसरोवर में रहता है और अग्रवाल फार्म जयपुर में प्राथमिक चिकित्सा केंद्र पर प्रभारी है। दूसरा आरोपी छोटूलाल सैनी (22) है। वह धूलकोट थाना मानपूर जिला दौसा का रहने वाला है। रजत पथ मानसरोवर में किराए से रहता है और मानसरोवर में निजी हॉस्पिटल में कर्मचारी है। सैंपल कलेक्शन का काम करता है। तीसरा आरोपी अभिजीत सैन (24) मौजमाबाद दूदू का रहने वाला है। वह सवाई मानसिंह अस्पताल (SMS) में वार्ड ब्वॉय है।

शास्त्री नगर एसीपी अतुल साहु ने बताया कि विद्याधर नगर इलाके में रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी की सूचना मिली थी। तब डीएसटी के एएसआई हरिओम सिंह के नेतृत्व में बोगस ग्राहक बनकर पुलिस ने एसएमएस अस्पताल के वार्ड ब्वॉय अभिजीत सैन से संपर्क किया। उसने अपने परिचित छोटूलाल सैनी से संपर्क किया। तब 60 हजार रुपए में दो इंजेक्शनों का सौदा तय हुआ। अभिजीत ने इन इंजेक्शनों की डिलीवरी श्री ज्वैलर्स के सामने अंबाबाडी रोड विद्ययागर में देने के लिए बुलाया। तब पुलिस ने अभिजीत और उसके साथी छोटूलाल सैनी को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में सामने आया कि यह इंजेक्शन राजकीय प्राथमिक चिकित्सा केंद्र, अग्रवाल फार्म में इंचार्ज डॉ। अमित सेठी उपलब्ध करवा रहा था। तब पुलिस ने उसे भी गिरफ्तार कर लिया।