रीट परीक्षा के पेपर लीक मामले में भजनलाल को ही मास्टरमाइंड माना जा रहा है जिसे कुछ दिनों पहले ही गुजरात से गिरफ्तार किया गया हैं और उससे कई खुलासे होने की संभावना हैं। SOG टीम इसकी गहन जांच में लगी हुई हैं जिसमें सामने आया हैं कि पेपर जयपुर शिक्षा संकुल के स्ट्रॉन्ग रूम से लीक हुआ था और यह पेपर सवा करोड़ में बेचा गया था। पेपर स्ट्रांग रूम से निकालकर कोचिंग संचालकों और नकल गिरोह तक पहुंचाया गया। यह भी सामने आया कि J-सीरीज का पेपर स्ट्रॉन्ग रूम से लीक किया गया और अलग-अलग सेंटर पर बांटा गया। एसओजी की अब तक की जांच में अब सामने आया है कि पेपर जयपुर, जालोर, सिरोही, टोंक, सवाईमाधोपुर, गंगापुर सिटी, दौसा, करौली सहित कई जगहों पर पहुंचाया गया। नकल गिरोह ने एग्जाम से पहले 50 सेंटर पर पेपर पहुंचाया।
मामले में भजनलाल की गिरफ्तारी के बाद रोज नए खुलासे हो रहे हैं और पेपर लीक के नए गुनाहगार सामने आ रहे हैं। अब राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष डीपी जारोली और उनके मित्र डॉ. प्रदीप पाराशर भी शक के घेरे में हैं। भजनलाल के पकड़ने के बाद एसओजी की जांच आगे बढ़ी। इसके बाद एसओजी ने उदाराम बिश्नोई, रामकृपाल मीना, रामलखन जाट व अमृतलाल मीना को गिरफ्तार कर लिया। एसओजी ने अब तक पेपर लीक में जुड़े जेईएन से लेकर हेड कॉन्स्टेबल, कॉन्स्टेबल सहित 35 चेहरों को बेनकाब किया है। इधर, REET परीक्षा पर विवाद गहराने के बाद पेपर रद्द होने की आशंकाएं गहराने लगी हैं। कई संगठन इस परीक्षा को रद्द करने और मामले की जांच सीबीआई से करवाने की मांग की है।