दौसा। राजस्थान के प्रसिद्ध आस्थाधाम मेहंदीपुर बालाजी में रविवार 6 अप्रैल को रामनवमी का पर्व बड़े धूमधाम से मनाया जाएगा। इसी के चलते भगवान राम के मंदिर को रंग बिरंगे फूलों से सजाया जा रहा है। वहीं, सीता-राम मंदिर के भीतरी और बाहरी भाग को रंग-बिरंगी लाइटों से सजाया जा रहा है। राम जनमोत्सव के उपलक्ष्य में सीताराम मंदिर के बाहर शनिवार सुबह से ही शहनाई वादन के साथ मंगल गीत शुरू हो गए।
मंदिर ट्रस्ट के सचिव एम के माथुर ने बताया कि हर वर्ष मेहंदीपुर बालाजी में भगवान राम का जन्मोत्सव पर्व बड़े ही हर्षउल्लास के साथ मनाया जाता है, जिसके चलते बड़ी संख्या में दूर-दराज से श्रद्धालु मेहंदीपुर बालाजी धाम पहुंचते हैं। इसके चलते इस बार बालाजी मंदिर ट्रस्ट की ओर से राम नवमी से हनुमान जयंती तक 10 दिवसीय उत्सव का आयोजन किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि 6 अप्रैल से शुरू होने वाला ये उत्सव 15 अप्रैल तक चलेगा। इसमें लाखों की संख्या में श्रद्धालु मेहंदीपुर बालाजी पहुंचेंगे। रामनवमी से हनुमान जयंती तक चलने वाला महोत्सव मेहंदीपुर बालाजी का सबसे बड़ा पर्व माना जाता है।
रामनवमी को लेकर कई दिनों पहले से बालाजी मंदिर ट्रस्ट की ओर से तैयारियां शुरू कर दी जाती हैं। देश के प्रसिद्ध डिजाइनर मंदिर परिसर क्षेत्र की सजावट में जुटे हुए हैं। ऐसे में मंदिर परिसर के करीब 300 मीटर क्षेत्र को रंग-बिरंगी रोशनी से सजाया जा रहा है। वहीं, दो तोरण द्वार बनाए जा रहे हैं, जिनमें भगवान राम और बालाजी महाराज की आकृति बनाई जाएगी। इस दौरान 10 दिनों तक आस्थाधाम को दुल्हन सा स्वरूप दिया जाएगा। बालाजी महाराज के दर्शनों के लिए आने वाले श्रद्धालुओं के अलावा आसपास क्षेत्र के हजारों लोग बालाजी में होने वाले भव्य श्रृंगार को देखने मेहंदीपुर बालाजी पहुंचेंगे।
6 अप्रैल को दोपहर 12 बजे होगी महाआरती राम नवमी के अवसर पर बालाजी मंदिर ट्रस्ट के पीठाधीश्वर महंत डॉक्टर नरेशपुरी महाराज भगवान राम के जन्मोत्सव के उपलक्ष में उनकी बाल स्वरूप प्रतिमा को पंचामृत से अभिषेक करवाएंगे। इसके बाद भगवान राम को रत्नजड़ित पोशाक पहनाई जाएगी। वहीं, भगवान राम के श्रंगार के बाद महाआरती का आयोजन किया जाएगा। ऐसे में दोपहर 12 बजे पीठाधीश्वर महंत डॉक्टर नरेशपुरी महाराज भगवान राम की महाआरती का आयोजन करेंगे। साथ ही महाआरती के बाद भगवान को 56 भोग प्रसादी का भोग लगाकर उसे भक्तों में वितरित किया जाएगा।