माहे मुबारक रमजान का पहला रोजा गुरुवार को होगा। बुधवार की शाम को पुराने लखनऊ में हर कोई रमजान के चांद का दीदार करने के लिए अपनी छत पर था। मरकजी चांद कमेटी के अध्यक्ष मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली और शिया चांद कमेटी के अध्यक्ष मौलाना सैफ अब्बास भी दूरबीन के जरिए आसमान पर निगाहें लगाए हुए थे। चांद का दीदार होते ही बुधवार शाम से माहे-ए-रमजान का आगाज हो गया। बृहस्पतिवार को पहला रोजा होगा। वहीं चांद रात पर मुस्लिम इलाकों में खास चहल-पहल नजर आई। मस्जिदों में तरावीह (विशेष नमाज) का दौर शुरू हो गया। इसके अलावा लोगों ने आतिशबाजी की और एक दूसरे को गले लगाकर रमजान की मुबारकबाद दी।
दूरबीन से चांद की तस्दीक कर रहे थे
- मौलाना सैफ अब्बास समेत कई उलमा हुसैनाबाद स्थित सतखंडे पर दूरबीन से चांद की तस्दीक कर रहे थे।
- इमाम ईदगाह मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ईदगाह की छत से चांद देख रहे थे।
- देर शाम कई शहरों और उलमाओं से तस्दीक करने के बाद शिया चांद कमेटी ने चांद नजर आने का ऐलान कर दिया।
- इसके बाद मरकजी चांद कमेटी की ओर से चांद नजर आने की घोषणा की गई।
- मौलाना सैफ अब्बास ने बताया कि गुरुवार को रमजान का पहला रोजा होगा। वहीं, मौलाना कल्बे जव्वाद ने भी गुरुवार को पहला रोजा होने की घोषणा की। उलमाओं के साथ चांद देखने की बेकरारी बच्चों और बुजुर्गों में भी नजर आई।