राम मंदिर निर्माण के लिए देना चाहते है दान तो ये नियम जानना बेहद जरुरी, होगा फायदा

जिसका पल का पिछले 5 शताब्दियों से पूरा देश इंतजार कर रहा था वे समय आज आ गया है। रामलला के भव्य मंदिर निर्माण की आज नींव रखी जा रही है। बता दे, 2019 में सुप्रीम कोर्ट ने रामलला के पक्ष में फैसला सुनाया। इसके ठीक नौ महीने बाद अयोध्या में राम मंदिर के लिए भूमिपूजन होने जा रहा है। आज दोपहर 12:30 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राम मंदिर की नींव रखेंगे। ऐसे में मंदिर निर्माण में आर्थिक मदद करने वालों के लिए खुशखबरी है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट में दान देने वालों को इनकम टैक्स में छूट मिलेगी। ये छूट श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट में दान देने पर ही मिलेगी।

बता दें कि मंदिर निर्माण के लिए श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट बनाया गया था और इसी ट्रस्ट के जरिए सारे दान लिए जा रहे हैं। वित्त वर्ष 2020-21 के लिए सरकार ने इसमें किए डोनेशन (Donation) पर टैक्स छूट दी है। इस ट्रस्ट में दान करने वाले को 50% की सीमा तक डिडक्शन दिया है। ट्रस्ट की आय को पहले से ही इनकम टैक्स एक्ट के सेक्शन 11 और 12 के तहत छूट दी गई है। यह छूट दूसरे अधिसूचित किए गए धार्मिक ट्रस्टों की तरह ही है।

दान देने वाले व्यक्ति को रसीद कटवाना जरुरी है। इस रसीद में ट्रस्ट का नाम, पता, पैन, दान देने वाले का नाम और दान की राशि का ब्योरा होना चाहिए। वित्त मंत्रालय की ओर से ये छूट आयकर अधिनियम, 1961 की धारा 80G के तहत दी जाएगी।

इस नियम में कोई भी शख्स, एचयूएफ या कंपनी किसी फंड या चैरिटेबल संस्था को दिए गए दान पर टैक्स छूट ले सकता है। हालांकि, दान करने में तय शर्तों का ध्यान रखना होगा। यह योगदान चेक या कैश के माध्यम से किया जा सकता है।

बढ़ चढ़कर लोग कर रहे है दान

आपको बता दे, भूमि पूजन से पहले ही रामलला अरबपति बन गए है। देश दुनिया के राम भक्त लगतार ट्रस्ट के बैंक अकाउंट में अपनी क्षमता के मुताबिक दान कर रहे हैं। अयोध्या के भारतीय स्टेट बैंक की स्थानीय शाखा के मुताबिक उम्मीद के मुताबिक 5 अगस्त से पहले ही रामलला के खाते में रामभक्तों की ओर से लगातार आ रहे दान की वजह से अब वे अरबपति हो गए हैं। इतना ही नहीं हजारों की संख्या में लोग बैंक से दान करने की प्रक्रिया के बारे में पूछताछ भी कर रहे हैं। दान करने वालों की संख्या लाखों में हैं। फ़रवरी में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के गठन के बाद मंदिर निर्माण के लिए एसबीआई में खाता खोला गया था। हालांकि, इसके बाद ही देश में कोरोना महामारी की वजह से लॉकडाउन लगा दिया गया। इसके बावजूद रामभक्तों ने इस दौरान साढ़े चार करोड़ रुपए की धनराशी दान स्वरूप जमा करा दी। इस बीच, जब राम मंदिर भूमि पूजन की तारीख तय हुई तो इसमें और इजाफा हुआ। रामलाला के खाते में इस तिथि के ऐलान से पहले 20 करोड़ रुपए जमा थे।

ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष महंत गोविंद देव गिरी ने जानकारी देते हुए बताया कि कई लोगों ने करोड़ों में दान दिया है। इनमे रामकथा वाचक संत मुरारी बापू के आह्वान पर उनके अनुयायियों ने चार दिन में 18 करोड़ की धनराशि एकत्र की है। इसमें भारत में निवास कर रहे श्रद्धालुओं ने 11 करोड़ का दान किया है जो कि मंगलवार को रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के खाते में हस्तान्तरित हो गया। बाकी के 7 करोड़ विदेशी मुद्रा के लिए पंजीकरण के बाद आ जाएंगे। उन्होंने बताया कि एक लाख तक का दान ऑनलाइन सीधे खाते में आ रहा है। एक लाख राशि का दान करने वालों की संख्या बहुत बड़ी है, जबकि इससे नीचे की राशि दान करने वालों की संख्या अनगिनत है।

दानदाताओं में 60% लोग युवा

बैंक सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक दानदाताओं में 60% लोग युवा और कम उम्र वर्ग से हैं, क्योंकि हजारों लोग 1101 रुपये, 501 रुपये, यहां तक कि 101 रुपये तक दान कर रहे हैं। इसके अलावा इसके नीचे की भी धनराशी दान स्वरूप मिल रही है।