राजनाथ सिंह ने किया राफेल का स्वागत, बोले- नई चिड़िया अंबाला में लैंड कर गई, बुरी नजर रखने वाले दुश्मन को डरने की जरूरत

काफी लंबे वक्त से जिस लड़ाकू विमान का भारत को इंतजार था, वो राफेल विमान आज देश पहुंच गया हैं। एटमी हथियार ले जाने की ताकत रखने वाला ये विमान दुनिया में अकेला ऐसा फाइटर एयरक्राफ्ट है, जो 55 हजार फीट की ऊंचाई से भी दुश्मन को तबाह करने की ताकत रखता है। सबसे अहम बात यह है कि ये काबिलियत हमारे पड़ोसियों पाकिस्तान और चीन दोनों की ही सेना के पास नहीं है। इन 5 राफेल जेट को रिसीव करने के लिए एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया अंबाला एयरबेस पर मौजूद रहे। 27 जुलाई को फ्रांस (France) के मेरिग्नाक बेस से 5 राफेल लड़ाकू विमान (Rafale Fighter Jet) भारत के लिए रवाना हुए थे। लगातार 7 घंटे तक उड़ान भरते हुए कल शाम को अबूधाबी (Abu Dhabi) के करीब अल-दफ्रा फ्रेंच एयरबेस पर पहुंचे। इन विमानों ने बुधवार को अंबाला एयरबेस (Ambala Air Base) पर लैंडिंग की। भारत ने फ्रांस से कुल 36 राफेल विमान खरीदे हैं। ये राफेल की पहली खेप है जो भारत को मिली है, जल्द ही पांच विमान और मिलेंगे। साल 2021-22 तक सभी 36 विमान भारत को मिल जाएंगे।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को भारत में राफेल लड़ाकू विमानों की सफल लैंडिंग पर वायुसेना को बधाई दी। राफेल की लैंडिंग के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लगातार कई ट्वीट किए।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा- 'विमान अंबाला में सुरक्षित लैंडिंग कर चुके हैं। राफेल कॉम्बैट विमानों के भारत की धरती को छूते ही सैन्य इतिहास के नए युग की शुरुआत हो गई है। ये मल्टीरोल विमान की वायुसेना की क्षमताओं में क्रांतिकारी बदलाव लाएंगे'

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लिखा 'नई चिड़िया अंबाला में लैंड कर गई हैं, राफेल विमान भारतीय वायुसेना की जरूरतों को हर तरह से पूरा करते हैं। इन विमानों को लेकर जो आरोप लगाए गए थे, उनका पहले ही जवाब दे दिया गया है। राफेल लड़ाकू विमान एक नए युग की शुरुआत हैं।'

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लिखा 'इस मौके पर मैं वायुसेना को बधाई देना चाहता हूं। हमें उम्मीद है कि वायुसेना की 17 स्क्वाड्रन, गोल्डन एरो, अपनी नीति उड्यम अजश्रम पर खरा उतरेगा। मुझे खुशी है कि इससे वायुसेना की ताकत बढ़ेगी।'

राजनाथ सिंह ने इस मौके पर फ्रांस सरकार का शुक्रिया किया, साथ ही उन कंपनियों को भी धन्यवाद दिया जिन्होंने कोरोना संकट के बीच भी राफेल की डिलीवरी वक्त पर की। रक्षा मंत्री ने लिखा कि राफेल विमान इसलिए खरीदे गए क्योंकि पीएम नरेंद्र मोदी ने सही निर्णय लिया और सरकार से सरकार का समझौता करवाया, जबकि ये प्रक्रिया लंबे वक्त से रुकी हुई थी।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बताया कि राफेल लड़ाकू विमान नई तकनीक से लैस है, जो भारतीय वायुसेना को नई तरह की शक्ति देगा। जो भी शक्तियां भारत की जमीन पर गलत नजरें रखती हैं उन्हें अब भारतीय वायुसेना की शक्ति को देखकर विचार करना होगा।

कांग्रेस ने पूछे 4 सवाल

फ्रांस से भारत को मिले लड़ाकू विमान राफेल को लेकर कांग्रेस पार्टी ने सरकार से कुछ सवाल पूछे हैं। पार्टी नेता रणदीप सुरजेवाला ने एक ट्वीट कर सरकार से 4 सवाल पूछे हैं। हालांकि सुरजेवाला ने राफेल को लेकर वायुसेना के जांबाजों को बधाई दी लेकिन सरकार से उन्होंने 4 सवालों पर जवाब मांगे। बता दें, ये वहीं सवाल हैं जो काफी अर्से से कांग्रेस पूछती रही है।

रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि राफेल का भारत में स्वागत! वायुसेना के जांबाज लड़ाकुओं को बधाई। आज हर देशभक्त ये जरूर पूछे-
- 526 करोड़ का एक राफेल अब 1670 करोड़ में क्यों?
- 126 राफेल की बजाय 36 ही क्यों?
- मेक इन इंडिया की बजाय मेक इन फ्रांस क्यों?
- 5 साल की देरी क्यों?

इसके अलावा कांग्रेस पार्टी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से भी ट्वीट कर राफेल जेट्स को लेकर एयर फोर्स को बधाई दी गई है। ट्वीट में कहा गया है कि राफेल सौदे के लिए 2012 में की गई कांग्रेस की मेहनत आखिरकार रंग लाई और यह समझौता साकार साबित हुआ। कांग्रेस ने भारतीय जनता पार्टी पर आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस और बीजेपी की डील में बड़ा अंतर है जिसमें बीजेपी के घोटाले सामने आए हैं।

कांग्रेस पार्टी ने ट्वीट में लिखा, 'कांग्रेस की डील में देश को 126 जेट्स मिलने थे जबकि बीजेपी ने 36 का सौदा किया है। देश में मेड इन इंडिया के तहत 108 राफेल जेट बनने थे। कांग्रेस के सौदे के मुताबिक, साल 2016 तक भारत को राफेल मिल जाने थे। हर जेट की कीमत 526 करोड़ रुपये निर्धारित थी।'