उदयपुर / जेल में कोरोना विस्पोट, 31 कैदी और पॉजिटिव, कुल संक्रमित कैदियों की संख्या हुई 56

उदयपुर जिला जेल दाे दिन में ही काेराेना संक्रमण का केंद्र बन चुका है। शुक्रवार काे 30 बंदी और एक प्रहरी काेराेना पाॅजिटिव मिले। यहां दाे दिन में 56 बंदी काेराेना संक्रमित हाे चुके हैं। जेल में 282 बंदी हैं। जेल में कोरोना के लगातार विस्फोट हाेने से जेल प्रशासन की लापरवाही सामने आ रही है। इधर, चिकित्सा विभाग इन मरीजों की कांटेक्ट हिस्ट्री तलाशने में ही उलझा हुआ है।

बंदियाें काे बाहर लाना सुरक्षा के लिहाज से सही नहीं है, ऐसे में जेल में ही अाइसाेलेशन वार्ड बना रखा है। सीएमएचओ डाॅ. वीके जैन ने बताया कि गुरुवार शाम से शुक्रवार शाम तक जिलेभर में 222 नए सैंपल लिए गए। इनमें से जेल से 108 सैंपल लिए हैं, इनमें बंदी और जेल कर्मचारी शामिल हैं। दाे दिन बाद ही फिर इतनी संख्या में पाॅजिटिव आने से जेल प्रशासन, चिकित्सा और जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया है।

सीएमएचओ ने बताया कि 53 लोगों को इंस्टीट्यूशनल क्वारेंटाइन कर रखा है। 134 लोग होम क्वारेंटाइन में है। शुक्रवार को 91 हजार लोगों की स्क्रीनिंग की गई। जेल में चिकित्सा विभाग की तरफ से चद्दर, साबुन, सेनिटाइजर, पीपीई किट भी उपलब्ध करवाए हैं, ताकि मरीजों तक जरूरी सामान पहुंचाया जा सके और संक्रमण को फैलने से रोका जा सके।

इससे पहले 25 और 29 जून को आर्म्स एक्ट के एक-एक अभियुक्त में भी कोरोना की पुष्टि हो चुकी है। जिले में अब 59 एक्टिव केस हैं। ये सभी केस 8 दिन में ही एक्टिव हुए हैं। अब तक 74 लाेग काेराेना पाॅजिटिव हाे चुके हैं।

जेल में बढ़ते कोरोना मरीजों को देखते हुए शुक्रवार को डीआईजी रेंज जेल सुरेंद्र सिंह शेखावत प्रतापगढ़ पहुंचे। उन्होंने जेल अधीक्षक शिवेंद्र शर्मा से बात कर बंदियों के हाल भी जाने। उन्होंने बताया कि अगले एक-दो दिनों में बंदियों में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ती है तो बैकअप प्लान तैयार किया गया है। सभी पॉजिटिव मरीजों के लिए जिला जेल को ही अस्पताल बना दिया जाएगा। जबकि निगेटिव मरीजों को यहां से दूसरी जगह शिफ्ट किया जाएगा। इस पर अभी विचार-विमर्श चल रहा है।

बता दे, उदयपुर में कोरोना के अब तक 752 मामले सामने आ चुके है वहीं, तीन लोगों की मौत भी हो चुकी है।