पीएम आवास के बाहर धरना देना पड़े तो दिल्ली भी जाएंगे : अशोक गहलोत

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपनी सरकार बचाने के लिए लगातार कोशिश कर रहे हैं। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विधायक दल की बैठक में फिर भाजपा पर हमला बोला। उन्होंने कहा, 'सरकार गिराने की भाजपा की साजिश को कामयाब नहीं होने देंगे। जरूरत पड़ी तो राष्ट्रपति के पास जाएंगे। अगर इससे भी बात नहीं बनी तो हम प्रधानमंत्री आवास के सामने प्रदर्शन करेंगे।' उनकी इस बात का विधायकों ने हाथ उठाकर समर्थन किया।

विधायक दल की बैठक में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा, 'आप लोग तैयार रहिए। अगर 21 दिन तक बैठना पड़े तो यहां रहेंगे। राष्ट्रपति भवन जाना पड़े तो राष्ट्रपति के पास जाएंगे या फिर प्रधानमंत्री निवास के बाहर दिल्ली में धरना देने जाना पड़े तो प्रधानमंत्री निवास दिल्ली भी जाएंगे।'

गहलोत राज्यपाल कलराज मिश्र से मिलेंगे

इस बीच खबर है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कुछ देर में राज्यपाल कलराज मिश्र से मिलेंगे। गहलोत ने आज सुबह मिलने का वक्त मांगा था। इस दौरान वे विधानसभा सत्र के लिए नया प्रस्ताव देंगे और राज्यपाल की 6 आपत्तियों का जवाब देंगे। दरअसल, दोनों के बीच सत्र बुलाने को लेकर तकरार बढ़ गई है। मुख्यमंत्री सोमवार को सत्र बुलाना चाहते हैं, लेकिन राज्यपाल ने कोरोना महामारी का हवाला देकर इनकार कर दिया था। कल रात मुख्यमंत्री को भेजे लेटर में सत्र को लेकर आपत्तियां जताई थीं।

इस दौरान परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा है कि जब तक राज्यपाल कोई फैसला नहीं कर लेते हैं तब तक कांग्रेस के हमारे विधायक एक साथ होटल में ही रहेंगे। राज्यपाल बीजेपी के साथ हैं और बीजेपी चाह रही है कि हमारे विधायक होटल से निकले ताकि वह उनको तोड़ सके लेकिन ऐसा होने वाला नहीं है। खाचरियावास ने कहा कि हमें कोर्ट या राज्यपाल से कहीं भी न्याय नहीं मिल रहा है। यह बड़ा संकट है लेकिन चाहे जितना समय लगे जीत हमारी होगी। हमारे पास विधायक हैं। हम लोग अपना कामकाज करेंगे, जिन विधायकों को जहां जाना है जाएंगे, मगर वापस होटल में आ जाएंगे। सचिन पायलट बीजेपी के साथ खेल में शामिल हैं और इस पूरे खेल के पीछे बीजेपी ही है।