
जयपुर: भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर के बाद अब मुस्लिम संगठनों ने वक्फ संशोधन कानून के विरोध में एक बार फिर सड़कों पर उतरने का निर्णय लिया है। इसकी शुरुआत 22 मई से की जाएगी। मुस्लिम संगठन इस दिन विभिन्न राज्यों में धरने देंगे। राजधानी जयपुर सहित कई जिलों में प्रदर्शन और धरनों का आयोजन किया जाएगा। ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के बैनर तले सभी मुस्लिम संगठन राजधानी जयपुर में 22 मई को सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक पुलिस कमिश्नरेट के सामने स्थित शहीद स्मारक पर धरना देंगे। इस दौरान वक्फ संशोधन कानून को वापस लेने की मांग की जाएगी।
जमाते इस्लामी हिंद के प्रदेशाध्यक्ष मोहम्मद नाजिम ने बताया कि पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत-पाक तनाव को देखते हुए मुस्लिम संगठनों ने अपने सभी पूर्व निर्धारित कार्यक्रमों को स्थगित कर दिया था। अब जबकि सीजफायर हो चुका है, संगठन पुनः सड़कों पर उतरकर सरकार से वक्फ कानून को वापस लेने की मांग करेंगे। नाजिम ने बताया कि इस धरने में विभिन्न राजनीतिक दलों और सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों को भी आमंत्रित किया गया है। कांग्रेस, सपा, रालोपा, माकपा, बीएपी जैसे सभी दलों के उन सांसदों को बुलाया गया है जिन्होंने लोकसभा और राज्यसभा में वक्फ बिल का विरोध किया था। साथ ही, कई धार्मिक और सामाजिक संस्थाओं को भी आमंत्रण भेजा गया है।
राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपा जाएगा:नाजिम ने आगे बताया कि धरना समाप्त होने के पश्चात कलेक्टर को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा जाएगा, जिसमें वक्फ कानून को वापस लेने हेतु राष्ट्रपति से हस्तक्षेप की मांग की जाएगी। मुस्लिम संगठनों का कहना है कि वे शहीद स्मारक पर अनिश्चितकालीन धरना देना चाहते थे, लेकिन प्रशासन ने फिलहाल केवल एक दिन की अनुमति दी है। ऐसे में अनिश्चितकालीन धरने के लिए शहर में किसी अन्य स्थान की तलाश की जा रही है।
मस्जिदों से की गई घोषणा:22 मई को प्रस्तावित धरने के समर्थन में शहर की प्रमुख मस्जिदों में जुम्मे की नमाज के दौरान लोगों से भाग लेने की अपील की गई। इसके अलावा घर-घर जाकर भी लोगों को इस आंदोलन में शामिल होने का आमंत्रण दिया जा रहा है।