राजस्थान: कोटा में छात्र की आत्महत्या के बाद ADM की बड़ी कार्रवाई, एंटी हैंगिंग डिवाइस न होने पर पीजी सीज

राजस्थान के शिक्षा नगरी कोटा में कोचिंग स्टूडेंट की आत्महत्या के दो मामले सामने आने के बाद प्रशासन ने सख्त कदम उठाया है। शनिवार सुबह, अतिरिक्त जिला कलेक्टर (ADM) के आदेश पर कोटा पुलिस ने विज्ञान नगर थाना क्षेत्र में स्थित एक पीजी को सीज कर दिया। यह वही पीजी है, जहां मंगलवार रात हरियाणा के नीरज जाट नामक छात्र ने पंखे के कड़े से फांसी लगाकर आत्महत्या की थी। यह कार्रवाई पीजी में एंटी हैंगिंग डिवाइस न होने के कारण की गई है।

कलेक्टर संग बैठक के बाद एक्शन

इस कार्रवाई से पहले जिला कलेक्टर डॉ. रविंद्र गोस्वामी ने जिला प्रशासन और कोचिंग संचालक हॉस्टल एसोसिएशन के अध्यक्ष के साथ एक बैठक की थी। बैठक के दौरान जब आत्महत्या रोकने के लिए जारी की गई गाइडलाइनों के पालन पर सवाल किया गया, तो अध्यक्ष ने बताया कि 90 प्रतिशत हॉस्टलों में इन गाइडलाइनों का पालन हो चुका है। हालांकि, कई हॉस्टल और पीजी ऐसे हैं, जहां एंटी हैंगिंग डिवाइस अभी तक नहीं लगाए गए हैं।

कोटा आने के 2 साल बाद किया सुसाइड


नीरज जाट पिछले 2 साल से कोटा के राजीव गांधी नगर क्षेत्र स्थित आनंद कुंज रेजीडेंसी में रहकर JEE की तैयारी कर रहा था। मंगलवार रात उसने अपने कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पीजी मालिक ने सुबह इस घटना की सूचना पुलिस को दी, जिसके बाद पुलिस ने शव को मोर्चरी में रखवाया और पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया।

गाइडलाइनों का पालन नहीं करने पर सख्त कार्रवाई

एडीएम सिटी अनिल कुमार सिंघल ने बताया, अम्बेडकर नगर स्थित मकान नंबर सी-15 को आज हमने सीज कर दिया है। कोटा में स्टूडेंट्स की आत्महत्या के बाद हम गाइडलाइनों के पालन की लगातार निगरानी कर रहे हैं। सभी हॉस्टल संचालकों और अन्य संबंधित लोगों से गाइडलाइनों के पालन को लेकर बैठक की गई और निर्देश दिए गए हैं। जो गाइडलाइनों का पालन नहीं करेंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

कोटा की शुरुआत 2025 के लिए चिंता का कारण

कोटा में 2024 में 15 आत्महत्या के मामले सामने आए थे, जिसके बाद सरकार ने हैंगिंग डिवाइस और काउंसलिंग जैसे कई कदम उठाए थे। हालांकि, 2025 की शुरुआत कोटा के लिए अच्छी नहीं रही है, क्योंकि नए साल में भी आत्महत्या की घटनाएं जारी हैं।