Rajasthan: मिली बड़ी राहत! 1100 ऑक्सीजन सिलेंडर लेकर भिवाड़ी से कोटा पहुंचा टैंकर

कोटा के कोविड अस्पतालों में चल रही ऑक्सीजन की भयंकर किल्लत के बीच गुरुवार को भिवाड़ी से आई ऑक्सीजन ने बड़ी राहत दी है। भले ही कुछ दिन ही सही लेकिन ऑक्सीजन की तत्काल होने वाली परेशानियों से फिलहाल मुक्ति मिल गई है। दरअसल, गुरुवार को देर शाम को करीब 1100 सिलेंडर से भरा टैंकर भिवाड़ी से कोटा पहुंचा। इस टैंकर से 11 टन ऑक्सीजन कोटा को उपलब्ध करवाई है। 5 टन ऑक्सीजन झालवाड़ भिजवाई गई है। फिलहाल कोटा को लगभग 1100 ऑक्सीजन सिलेंडर का बैकअप मिल गया है। वर्तमान स्थिति को देखते हुये उम्मीद बंधी है कि फिलहाल कोटा में ऑक्सीजन के अभाव में किसी मरीज की सांसें नहीं थमेंगी।

करीब 3000 सिलेंडर की प्रतिदिन खपत हो रही है

कोटा के कोविड-अस्पतालों में भर्ती गंभीर मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी होने के कारण ऑक्सीजन सिलेंडर की खपत भी बढ़ती जा रही है। कोटा में प्रतिदिन 3000 सिलेंडर का प्रोडक्शन हो रहा है लेकिन सरकारी और निजी अस्पतालों में करीब 3000 सिलेंडर की प्रतिदिन खपत हो रही है। अस्पतालों में कोरोना के करीब 600 मरीज भर्ती हैं। इनमें से 450 से 550 मरीजों को ऑक्सीजन की जरूरत पड़ रही है।

महज 9 घंटे में ऑक्सीजन लेकर हरियाणा से जोधपुर पहुंचा टैंकर

कोरोना संक्रमण का हॉट-स्पॉट बने जोधपुर में गुरुवार को पड़ोसी राज्य हरियाणा से आई संजीवनी 'ऑक्सीजन' ने सैंकड़ों कोरोना मरीजों की जान बचा ली। इसके लिये आनन-फानन में राजस्थान और हरियाणा की पुलिस ने मिलकर ग्रीन कॉरिडोर बनाया। उसके बाद 20 टन ऑक्सीजन लेकर टैंकर महज 9 घंटे में ही हरियाणा से जोधपुर पहुंच गया। ग्रीन कॉरिडोर के कारण टैंकर ने 24 घंटे का सफर केवल 9 घंटे में ही पूरा कर सैंकड़ों कोरोना मरीजों को सांसें दी। पुलिस और परिवहन विभाग की मेहनत के बूते टैंकर चालक ने रास्ते में लगने वाले 15 घंटे बचा लिये।

गुरुवार को मिले 14,468 नए मरीज

राजस्थान में कोरोना के हालात नियंत्रण से बाहर होते दिखाई दे रहे हैं। बीते दिन गुरुवार को 59 मौतों के साथ 14,468 नए मामले सामने आए। इसके साथ ही कोरोना एक्टिव मरीजों की संख्या का आंकड़ा बढ़कर 1 लाख को पार कर चुका है। इन बढ़ते आंकड़ों की वजह से अस्पतालों में व्यवस्थाएं चरमरा रही हैं, लोगों को बेड नहीं मिल पा रहे हैं। वहीं ऑक्सीजन और जीवनरक्षक दवाओं की भी किल्लत ने सरकार और प्रशासन की चिंता और बढ़ा दी है।