जोधपुर / अनजान की मदद का सिला दो बार धोखेबाजी से मिला, पढ़े पूरा मामला

जोधपुर की एक युवती काे अनजान की मदद करने की कीमत 44 हजार रु। गंवाकर चुकानी पड़ी है। शातिर ने दाे बार युवती काे ठग लिया। 15 अप्रैल को युवती ने एक साइट पर ऑनलाइन रिक्वेस्ट देखी। इसमें व्यक्ति ने स्वयं काे डॉ जसकरण बताते हुए सीरिया में बताया। उसने से कहा कि वो भारत आना चाहता है, पर सीरीया सरकार टैक्स मांग रही है। वो भरने के बाद ही उसे भारत आने दिया जाएगा। डॉ जसकरण सिंह ने उससे मदद मांगी। इस पर कविता नाम की इस युवती ने विश्वास कर उसके बताए बैंक ऑफ महाराष्ट्र की दिल्ली शाखा में 16 जून को 26 हजार 500 रु ट्रांसफर कर दिए। ये खाता किसी वेनलाल के नाम से था। इसके बाद वापस डॉ जसकरण सिंह ने कविता काे मैसेज किया। इसमें बताया कि उसने टैक्स भर दिया है, उसने कविता से उसका पता व मोबाइल नंबर मांगे। इसके बाद कविता के पास 24 जून को अनिदिता दाय नामक युवती का कॉल आया। उसने स्वयं को एयरपोर्ट से बोलना बताया। कहा कि- उसका एक पार्सल आया है, जो एक दिन बाद मिलेगा।

इससे पहले कस्टम चार्ज अदा करना होगा। जो कि उसने 17 हजार 500 रु बताए। कविता ने उस पर विश्वास कर उसके बताए खाते संख्या में 17 हजार 500 रु ट्रांसफर भी कर दिए। जब पार्सल घर नहीं पहुंचा तो उसे पता लगा कि उसके साथ ठगी हो गई है।

इस पूरे मामले में कोर्ट के इस्तगासे के बाद शास्त्रीनगर थाने में केस दर्ज हुआ है। शास्त्रीनगर थानाधिकारी राजेंद्रसिंह ने बताया कि भगत की कोठी निवासी कविता पुत्र भगवानदास प्रजापत ने रिपोर्ट दी। पुलिस अब मामले की जांच में जुटी है।