डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया की चपेट में आया राजस्थान, सबसे ज्यादा केस जयपुर में

जयपुर। राजस्थान में मानसून के आगमन के साथ मच्छर से होने वाली बीमारियां तेजी से बढ़ने लगी है। राज्य में पिछले 20 दिन के अंदर डेंगू-मलेरिया और चिकनगुनिया केस दो गुने हो गए, जिसमें सबसे ज्यादा मरीज डेंगू के मिले है। इस कारण अब हॉस्पिटलों में एडमिशन भी बढ़ गए है।

मेडिकल हेल्थ डिपार्टमेंट से मिली एक रिपोर्ट के मुताबिक राज्य में इस सीजन में पूरे प्रदेश में अब तक 2268 केस डेंगू के, 1056 मरीज मलेरिया के जबकि 99 केस चिकनगुनिया के आ चुके है। राजस्थान में 20 दिन पहले यानी 4 अगस्त की रिपोर्ट देखे तो कुल 1090 केस ही डेंगू के थे, जो अब बढ़कर 2268 से ज्यादा हो गए। हेल्थ डिपार्टमेंट के अधिकारियों के मुताबिक प्रदेश के सभी जिलों में एएनएम, आशा सहयोगिनियों की टीमें घर-घर सर्वे कर रही है और ऐसे लोग जिनमें डेंगू-मलेरिया के लक्षण दिख रहे है उन्हें तुरंत इलाज के लिए डॉक्टर के पास जाने की सलाह दी जा रही है।

एसएमएस के डॉक्टरों के मुताबिक इन दिनों अगर किसी व्यक्ति के तेज बुखार, सर दर्द, चेहरे या शरीर पर लाल लाली आना जैसे लक्षण दिखाई दे ताे उन्हें तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए। ताकि डेंगू प्रोफाइल IGM और IGG की जांच करके पता चल सके कि उसके डेंगू है या नहीं। विशेषज्ञों के मुताबिक अगर किसी मरीज के डेंगू हो गया है और वह घर पर इलाज ले रहा है तो उसे दिन में कम से कम एक बार कंप्लीट ब्लड काउंट (सीबीसी) की जांच करवानी चाहिए। इससे मरीज के ब्लड में मौजूद प्लेटलेट्स की काउंटिंग पर नजर रखी जा सके।

जयपुर में सबसे ज्यादा केस

राजस्थान में जिलेवार स्थिति देखे तो सबसे ज्यादा डेंगू के केस जयपुर में 486 से ज्यादा मरीज मिल चुके है, जबकि सबसे कम 1 केस जालोर में डिटेक्ट हुआ है। इसी तरह मलेरिया के सबसे ज्यादा केस बाड़मेर में 681 डिटेक्ट हुए है, जबकि सवाई माधोपुर, धौलपुर, बूंदी में मलेरिया का एक भी केस नहीं मिला है। चिकनगुनिया के सबसे ज्यादा 40 मरीज जयपुर में मिले है। इन दिनों अचानक डेंगू के मरीज बढ़ने के साथ ही जयपुर के सरकारी हॉस्पिटलों के ब्लड बैंक में ब्लड और खासकर प्लेटलेट्स की भी कमी होने लगी है।