राजस्थान: पेपर लीक मामले में बड़ी कार्यवाही, ध्वस्त किया गया आरोपी का 'अवैध' मकान

जयपुर। राजस्थान सब-इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में एक आरोपी के कथित अवैध रूप से निर्मित मकान को चूरू जिले में अधिकारियों ने ध्वस्त कर दिया। राजस्थान के चूरू में सोमवार को नगर परिषद की ओर से पेपर लीक मामले के इनामी सरगना विवेक भांभू उर्फ पंकज के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की गई। इस दौरान नगर परिषद प्रशासन ने विवेक के घर को बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया। पेपर लीक सरगना विवेक पर एसओजी ने इनाम घोषित कर रखा है, जो अभी फरार है। इस दौरान भारी पुलिस बल की मौजूदगी में विवेक के मकान को जेसीबी की मदद से ध्वस्त कर दिया गया। यह मकान अवैध और नियमों के विपरीत बना हुआ था। इधर, प्रशासन की इस कार्रवाई से शहर में काफी चर्चा हो रही है। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि यह कार्रवाई सोमवार रात को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच चूरू नगर परिषद द्वारा की गई। पुलिस उपाधीक्षक सुनील कुमार ने बताया, एसआई पेपर लीक मामले में गिरफ्तार आरोपी विवेक भांभू ने अवैध रूप से निर्माण कराया था। इसे सोमवार को ध्वस्त कर दिया गया। उन्होंने बताया कि सहायक अभियंता रवि राघव के नेतृत्व में नगर परिषद की एक टीम ने पूनिया कॉलोनी में प्लॉट संख्या 114 और 115 पर कथित अवैध संरचनाओं को ध्वस्त कर दिया।

पेपर लीक मामले की जांच राजस्थान पुलिस के विशेष अभियान समूह द्वारा की जा रही है, जिसने प्रशिक्षु उपनिरीक्षकों सहित कई आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

सब इंस्पेक्टर पेपर लीक परीक्षा मामले में मुख्य सरगना भांभू फिलहाल पुलिस की गिरफ्त से दूर है। इसको पकड़ने के लिए एसओजी ने इनाम घोषित किया है। बताया जा रहा है कि भांभू अभी विदेश में छिपा हुआ है। चूरू नगर परिषद के कनिष्ठ अभियंता ने बताया कि चूरू की पूनिया कॉलोनी में प्लॉट नंबर 114 और 115 पर पंकज भांभू का मकान बना हुआ है, जो नगर परिषद के नियमों के विपरीत है और अवैध रूप से बना हुआ है। इसको लेकर नगर परिषद प्रशासन भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचा, जहां उन्होंने जेसीबी मशीन की मदद से मकान को ध्वस्त कर दिया।

सब इंस्पेक्टर पेपर लीक परीक्षा का मुख्य सरगना पर एसओजी ने इनाम घोषित किया है। इसे पकड़ने के लिए एसओजी लगातार प्रयास कर रही है। बताया गया है कि गिरफ्तारी से बचने के लिए पंकज भांभू विदेश भाग चुका है। पेपर लीक का सरगना वर्ष 2018 में नकल माफिया जगदीश बिश्नोई के संपर्क में आया। इसके बाद वह पेपर लीक मामले में एक्टिव हो गया। पुलिस के अनुसार पंकज खुद भी नकल करके वन विभाग में वनपाल के पद पर भर्ती हुआ था।