अजमेर : स्कूल खुलने में फिर आई दिक्कत, बच्चे के बीमार होने पर स्कूल द्वारा खर्चा वहन का विरोध

राजस्थान सरकार ने स्कूलों को खोलने की अनुमति देकर गाइड लाइन भी जारी कर दी लेकिन निजी स्कूलों में अध्ययनरत विद्यार्थियों में कोविड के लक्षण पाए जाने पर इलाज का खर्चा वहन करने के लिए जारी आदेशों का विरोध शुरू हो गया है। निजी स्कूल संचालकों ने सरकार से यह आदेश वापस लेने की मांग की है, अन्यथा स्कूल नहीं खोलने की चेतावनी दी है।

राजस्थान प्राइवेट एजुकेशन महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष कैलाश शर्मा ने कहा सरकारी स्कूलों में बच्चे बीमार हो जाए तो सरकार की कोई जिम्मेदारी नहीं है, लेकिन अगर निजी स्कूलों में बच्चा बीमार हो तो उसका खर्चा वहन निजी स्कूल करेंगी। सरकार के यह दोहरे मापदंड है। सरकार निजी स्कूलों का अस्तित्व ही खत्म करने षडयंत्र कर रही है। जो कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अगर सरकार आदेश वापस नहीं लेती है तो निजी स्कूल नहीं खोले जाएंगे।

यह जारी किया सरकार ने आदेश

स्कूल खोलने को लेकर जारी गाइड लाइन में सरकार ने स्पष्ठ लिखा है कि संस्थान में अध्ययन के दौरान किसी विद्यार्थी में कोविड 19 के लक्षण पाए जाने पर उसे तुरन्त निकटतम अस्पताल या कोविड सेन्टर में इलाज या आईसुलेशन के लिए भर्ती कराया जाएगा, जिसका व्यय संस्थान की ओर से वहन किया जाएगा।

18 जनवरी से स्कूल खोलने का निर्णय

गौरतलब है कि सरकार ने पहले चरण में 18 जनवरी से कक्षा 9 से 12वीं तक के बच्चों के लिए स्कूल खोलने की अनुमति दी है। इसके लिए गाइड लाइन भी जारी कर दी है।