राजस्थान चुनाव: मतदान के लिए होगा 2 लाख ईवीएम व वीवीपैट मशीनों का इस्तेमाल, किया जाएगा रेंडमाइजेशन

जयपुर। राजस्थान में विधानसभा चुनाव 2023 के सफल आयोजन के लिए दो लाख से ज्यादा ईवीएम मशीनों का इस्तेमाल किया जाएगा। कौनसी मशीन किस क्षेत्र में जाएगी इसका किसी को पता नहीं होता। चुनाव आयोग की ओर चुनाव से पहले सभी मशीनों को रेंडमाइजेशन किया जाता है। उसके बाद अलग अलग क्षेत्र में मशीनों को भेज दिया जाता है। भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशों के बाद आज इसी प्रक्रिया को पूरा किया जाएगा। इसके लिए बुधवार शाम को एम-3 ईवीएम बीयू, सीयू और वीवी पेट का दूसरा रेंडमाइजेशन किया जाएगा।

मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने बताया कि एम-3 ईवीएम बीयू, सीयू एवं वीवी पेट का दूसरा रेंडमाइजेशन चुनाव पर्यवेक्षकों की उपस्थिति में होगा। इसके लिए बकायदा राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ ही चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों को पत्र भेजकर बुलाया गया है ताकि बाद में कोई ईवीएम मशीनों को दोष न दें। इसलिए रेंडमाइजेशन के लिए सभी सियासी पार्टी के नुमाइंदों को सूचित किया गया है।

पहला चरण 2 और 3 नवंबर को किया गया था

मतदान से पहले ईएमएस सॉफ्टवेर का उपयोग कर इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन और वीवीपीएटी को दो बार रेंडमाइज किया जाता है। पहली बार इन्हें विधानसभा क्षेत्र आवंटित करने के लिए 2 और 3 नवंबर को किया गया था। अब दूसरी बार मतदान केंद्र आवंटन के लिए आज रेंडमाइज किया जा रहा है। 25 नवंबर को होने वाले मतदान के लिए लगभग 2 लाख ईवीएम और वीवीपैट मशीनों का इस्तेमाल किया जाएगा।

मशीनों की एफएलसी करवा दी गई है

मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने बताया कि मतदान के दौरान किसी भी स्तर पर कोई तकनीकी समस्या ना आए इसके लिए अधिकारियों को कई बार प्रशिक्षण दिए जा चुके हैं। कोई भी तकनीकी समस्या का अविलंब निस्तारण करने के भी निर्देश दिए गए हैं। ईवीएम-वीवीपैट मशीनों की राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के समक्ष एफएलसी (प्रथम स्तरीय जांच) कर दी गई थी।

सूची मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों और प्रत्याशियों को दी जाती है


राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के समक्ष द्वितीय रेंडमाइजेशन के बाद ईवीएम वीवीपीएटी मशीनों की कमिश्निंग के लिए बीईएल इंजीनियरों द्वारा सभी जिले में 15 नवंबर से तैयारी प्रारंभ की जाएगी। रेंडमाइजेशन और कमिश्निंग की प्रक्रिया में शामिल होने के लिए मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों तथा निर्वाचन लड़ने वाले अभ्यर्थियों को आमंत्रित किया जाता है। दोनों रेंडमाइजेशन के बाद ईवीएम एवं वीवीपीएटी की रेंडमाइज्ड सूची मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों व निर्वाचन लड़ने वाले अभ्यर्थियों को प्रदान की जाती है।