राजस्थान : जलदाय मंत्री महेश जोशी और एसीएस सुबोध अग्रवाल तक पहुँची ED

जयपुर। राजस्थान में हजारों करोड़ रुपयों के जल जीवन मिशन योजना में घोटाले को लेकर एक बार फिर से ईडी की सर्च शुरू हो गई है। शुक्रवार सुबह ईडी की टीम ने जयपुर में जलदाय मंत्री महेश जोशी और जलदाय विभाग के एसीएस सुबोध अग्रवाल समेत कई अधिकारियों के आवास पर रेड मारी। सुबह करीब 8 बजे ईडी की टीम सचिवालय पहुंची और कई जगह सर्च करना शुरू किया।

ईडी ने कुछ सप्ताह पहले इस मामले से जुड़े ठेकेदारों और अन्य लोगों के यहां पर छापे मारे थे। इस मामले में ईडी की टीम ने रेड के दौरान ढाई करोड़ रुपये की नगदी बरामद की थी। साथ ही ईडी की टीम ने सोने की एक ईंट भी बरामद की थी जो करीब 1 किलो वजन की थी। जिसका बाजार मूल्य साठ लाख रुपए से भी ज्यादा था।

फिलहाल इस मामले में अब अफसरों के यहां छापे मारे जा रहे हैं। ईडी की राजस्थान में लगातार बड़ी कार्रवाई से अधिकारियों में जमकर हड़कंप मचा हुआ है। कई कांग्रेसी नेताओं के यहां पर पहले ही छापे मारे जा चुके हैं। सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने इस ईडी के रेड पर कहा है कि हमने इस भ्रष्टाचार के सभी साक्ष्य दिए हैं। दोषियों के खिलाफ कार्रवाई तो होनी ही थी।

क्या बोले महेश जोशी

मैं दोषारोपण नहीं करना चाहता। ईडी निष्पक्ष होकर जांच करें। चुनावी माहौल में ईडी क्यों एक्टिव हो गई ये सभी को पता है। मुझे मीडिया से जानकारी मिली है की सचिवालय स्थित मेरे दफ्तर में छापे मारी की गई है।

गौरतलब है कि प्रदेश में प्रवर्तन निदेशालय की छापेमारी सुबोध अग्रवाल सहित कई अधिकारियों के आवास पर ईडी टीमें पहुंची है। ईडी की छापेमारी से अधिकारियों और ठेकेदारों में हड़कंप मच गया है। सुबोध अग्रवाल एडिशनल चीफ सेक्रेटरी हैं। ACS और सीनियर ब्यूरोक्रेट IAS सुबोध अग्रवाल पर ED की रेड जारी है। उनके आवास, दफ्तर सहित 20 ठिकानों पर ईडी की टीमें पहुंची हैं। वहीं, केडी गुप्ता, चीफ इंजीनियर, दिनेश गोयल, इंजीनियर और रामकरण शर्मा, प्रॉपर्टी डीलर के जयपुर स्थित ठिकानों पर भी छापामार कार्रवाई जारी है।

ईडी की छापेमारी की खबर लगते ही विभागीय अधिकारियों और ठेकेदारों में हड़कंप मच गया। ईडी की टीम सचिवालय में भी पहुंची और विभाग के कार्यालय में सर्च किया जा रहा है। इससे पहले भी ईडी ने जलदाय विभाग से जुड़े कई अधिकारियों और ठेकेदारों के ठिकानों पर सर्च किया था। माना जा रहा है कि ईडी की इस कार्रवाई के दौरान कई बड़े खुलासे सामने आ सकते हैं। मामले में सुबोध अग्रवाल की जल्द गिरफ्तारी भी हो सकती है।