राजस्थान / ऑडियो को केंद्रीय मंत्री शेखावत ने बताया फेक, वसुंधरा की चुप्पी पर उठ रहे सवाल

राजस्थान में गहलोत सरकार गिराने के आरोप पर केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत , कांग्रेस विधायक भंवरलाल शर्मा और भाजपा नेता संजय जैन के खिलाफ स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) ने केस दर्ज किया है। कांग्रेस के मुख्य सचेतक महेश जोशी की शिकायत के बाद FIR दर्ज की गई। FIR दर्ज किए जाने के बाद केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने सफाई दी है। उन्होंने कहा कि ऑडियो क्लिप में मेरी आवाज नहीं है। मैं किसी भी जांच के लिए तैयार हूं। इस बीच गजेंद्र सिंह शेखावत से पूछताछ के लिए राजस्थान की स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) दिल्ली रवाना हो गई है।

केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत का कहना है कि ऑडियो फेक है। मैं मारवाड़ की भाषा बोलता हूं जबकि ऑडियो टेप में झुंझुनू टच है। जिस गजेंद्र का जिक्र किया गया है, उसका कोई पद का जिक्र नहीं है। कोई जगह तक का जिक्र नहीं है। ऑडियो जोड़-तोड़ कर भी तैयार किया जा सकता है। केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि मैं कई संजय जैन को जानता हूं, इसलिए मुझे बताया जाए कि कौन सा संजय जैन है और उन्होंने मेरे किस मोबाइल नंबर पर बात कराई है।

एसओजी ने कहा कि इसमें कांग्रेस के निलंबित विधायक भंवरलाल शर्मा, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और दलाल संजय जैन आपस में विधायक खरीद-फरोख्त की बात कर रहे हैं। इस ऑडियो की जांच कर कार्रवाई की जाए। संजय जैन को कल दिनभर पूछताछ के लिए बुलाया था। आज फिर 10 बजे पूछताछ के लिए बुलाया गया है।

बता दे, ऑडियो क्लिप सामने आने के बाद कांग्रेस ने बागी विधायक भंवरलाल शर्मा और विश्वेंद्र सिंह को निलंबित कर दिया है। इसके साथ ही दोनों नेताओं को कारण बताओ नोटिस भेजा गया है। कांग्रेस ने सचिन पायलट से भी अपनी स्थिति को साफ करने के लिए कहा है।

क्या है पूरा मामला

कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत पर विधायकों की खरीद-फरोख्त का आरोप लगाया। सुरजेवाला ने दो ऑडियो का जिक्र किया, जिसमें कथित तौर पर केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और बागी कांग्रेस विधायक भंवर लाल शर्मा के बीच पैसों की लेनदेन को लेकर बात हो रही है। रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि आज बीजेपी राजस्थान की सरकार गिराने की कोशिश कर रही है, इसके कुछ ऑडियो भी सामने आ रहे हैं, जिसमें राजस्थान के कांग्रेस विधायकों को खरीदने की कोशिश की जा रही है। केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत इस पूरी साजिश में शामिल हैं। उनपर तुरंत एफआईआर दर्ज होनी चाहिए और गिरफ्तारी की जानी चाहिए।

इनके खिलाफ कार्रवाई की मांग

बता दे, कांग्रेस ने गजेंद्र सिंह शेखावत, भंवरलाल शर्मा, संजय जैन और पूर्व मंत्री विश्वेंद्र सिंह के खिलाफ जांच की माग की है। गजेंद्र सिंह शेखावत जोधपुर से भाजपा सांसद और केंद्र सरकार में मंत्री हैं। मोदी और शाह के करीबी माने जाते हैं। राजस्थान में चल रही सियासी उठापटक में शेखावत काफी एक्टिव हैं। वहीं, भंवरलाल शर्मा पायलट खेमे के विधायक हैं। फिलहाल मानेसर स्थित होटल में बताए जा रहे हैं। चूरू जिले के सरदारशहर से विधायक हैं। अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा के अध्यक्ष भी हैं। उधर संजय जैन पेशे से चार्टड अकाउंटेंट बताए जा रहे हैं। जैन भाजपा के पुराने कार्यकर्ता रहे हैं। बीच में वे वसुंधरा राजे के करीबी भी रहे, लेकिन किसी बात को लेकर वसुंधरा के सबसे खास प्रदेशाध्यक्ष अशोक परनामी से संजय की ठन गई। इसके बाद वसुंधरा से उनकी दूरियां बढ़ गई और जैन ने दूसरा खेमा पकड़ लिया। पूर्व मंत्री विश्वेंद्र सिंह भी पालयट के बेहद करीबी लोगों में हैं। गहलोत सरकार में पर्यटन मंत्री थे। लेकिन, सचिन पायलट के साथ ही गहलोत ने इन्हें मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर दिया था। भरतपुर जिले के डीग कुम्हेर से विधायक हैं।

वसुंधरा की हैरान करने वाली चुप्पी

बता दे, राजस्थान में पायलट-गहलोत के विवाद पर भाजपा की कद्दावर नेता और पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे चुप्पी साधे हुए है। लीक ऑडियो के बाद भी उनकी चुप्पी बरकरार है। भाजपा के सहयोगी दल रालोपा के नेता हनुमान बेनीवाल ने गुरुवार को वसुंधरा पर सीधा आरोप लगाया था कि वे गहलोत सरकार को बचा रही हैं। पायलट खेमे ने भी आरोप लगाया है कि वसुंधरा राजे अपना बंगला बचाने के लिए गहलोत सरकार को बचा रहीं हैं। हालाकि, वसुंधरा ने इन आरोपों का भी अभी तक कोई जवाब दिया है। विधायकों के खरीद-फरोख्त मामले में गहलोत खेमे के आक्रामक रुख के बाद पायलट के बाद राजस्थान भाजपा पर भी सवाल उठ रहे हैं। ऐसे में वरिष्ठ भाजपा नेता होने के नाते वसुंधरा को पार्टी के बचाव में उतरना चाहिए था। लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया है। पिछले कुछ दिन से वसुंधरा अपने गृह नगर धौलपुर में हैं। उनको मंगलवार को जयपुर में भाजपा की बैठक में शामिल होना था। लेकिन वे नहीं पहुंचीं। इसके बाद पार्टी नेताओं ने कहा कि वे बुधवार को होने वाली बैठक में शामिल होंगी, लेकिन वे फिर जयपुर नहीं आईं।