राजस्‍थान : जीत के बाद बड़ा सवाल 'कौन बनेगा मुख्यमंत्री', बैठक में लगे सचिन-सचिन के नारे

राजस्थान विधानसभा चुनाव (Rajasthan elections 2018) में कांग्रेस (Congress) की जीत के बाद अब सवाल यह उठने लगा कि वहां मुख्यमंत्री किसे बनाया जाएगा। यहां वह 99 सीटों पर जीत के साथ बहुमत के जादुई आंकड़े के लगभग पास पहुंच गई है और सरकार बनाने की तैयारी में है। राजस्थान कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट और कांग्रेस महासचिव अशोक गहलोत दोनों ही मुख्यमंत्री पद के दावेदार माने जा रहे हैं। हालांकि, पायलट और गहलोत दोनों ने ही इस पर फैसला लेने के लिए पार्टी आलाकमान पर छोड़ दिया है। पार्टी विधायक दल की बैठक बुधवार को प्रदेश मुख्यालय में हुई। इसमें विधायकों की राय ली गई।

विधायक दल की इस बैठक में प्रस्‍ताव पारित हो गया है। इसमें विधायकों ने मुख्‍यमंत्री के नाम का फैसला कांग्रेस अध्‍यक्ष राहुल गांधी पर छोड़ दिया है। उनका कहना है कि इस पर आलाकमान फैसला करे। अशोक गहलोत ने बैठक में प्रस्‍ताव रखा था कि सीएम पर फैसला राहुल गांधी लें। कहा जा रहा था कि इसमें मुख्यमंत्री का नाम तय हो सकता है। सूत्रों की मानें तो दो तिहाई विधायक सचिन के साथ हैं और बैठक में सचिन-सचिन के नारे भी लगे हैं।

सचिन पायलट ने बैठक के लिए रवाना होने से पहले मायावती के कांग्रेस को समर्थन देने पर कहा 'बसपा अगर साथ आना चाहती हैं तो स्वागत है। राहुल गांधी पहले ही सहमति जता चुके हैं। सब मिलकर राजस्थान को बेहतर प्रदेश बनाने की दिशा में काम करेंगे। उन्‍होंने कहा 'जो वादे कांग्रेस ने किए हैं, सभी पूरे करेंगे। किसानों और युवाओं पर रहेगा खास फोकस। समय रहते सभी संकल्प पूरे होंगे। विधायक दल की बैठक में होगा मुख्यमंत्री का फैसला।'

उन्‍होंने कहा 'राहुल गांधी के फैसले पर सभी कांग्रेस सदस्य सहमत होंगे। यह जीत हमारे लिए उत्साहित करने वाली है। 21 सीटों से बढ़कर हमने बहुमत हासिल किया है। यह आम जनता का विश्वास और कार्यकर्ताओं की मेहनत है।सचिन पायलट ने कहा है कि सभी दल एनडीए का साथ छोड़ रहे हैं। कांग्रेस ही बीजेपी को जवाब दे सकती है। उन्‍होंने कहा कि यह जनता की जीत है और अहंकार की हार है। उन्‍होंने कहा कि 2019 हमारे लिए बड़ी चुनौती है। वहीं अविनाश पांडे ने कहा है कि आज ही प्रदेश का मुख्‍यमंत्री तय होगा।

बता दें, मंगलवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा था कि राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्रियों का चयन सुगमता से किया जाएगा। राहुल ने कहा, ‘हमने मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में भाजपा को हरा दिया है... मुख्यमंत्रियों (के चयन) को लेकर कोई मुद्दा नहीं होगा। यह सुगमता से किया जाएगा।''

दरअसल कांग्रेस अध्यक्ष से यह पूछा गया था कि हिन्दी पट्टी के इन तीन राज्यों में पार्टी के मुख्यमंत्री कौन-कौन होंगे, जिसके जवाब में राहुल ने यह बात कही। राहुल ने यह भी कहा कि पार्टी ने चुनावों से पहले विभिन्न राज्यों में पार्टी के अंदर नेताओं के बीच तनाव को प्रभावी तरीके से दूर किया। उन्होंने कहा कि सभी नेताओं ने एकजुट होकर काम किया, जिसने पार्टी को हिन्दी पट्टी के तीन राज्यों में विजेता बनकर उभरने में मदद की। उन्होंने कहा, ‘‘यह जीत कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं, किसानों, युवाओं और छोटे कारोबारियों की जीत है। अब कांग्रेस पार्टी पर बड़ी जिम्मेदारी है।'' बता दें, राजस्थान में पार्टी के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत और प्रदेश कांग्रेस प्रमुख सचिन पायलट मुख्यमंत्री पद की दौड़ में शामिल हैं। वहीं, छत्तीसगढ़ विधानसभा में विपक्ष के नेता टीएस सिंह देव, पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री चरणदास महंत, प्रदेश पार्टी प्रमुख भूपेश बघेल और ओबीसी नेता ताम्रध्वज साहू इस शीर्ष पद के लिए संभावित उम्मीदवार बताए जा रहे हैं। मध्यप्रदेश में प्रदेश कांग्रेस प्रमुख कमलनाथ और पार्टी के वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया मुख्यमंत्री पद की दौड़ में शामिल हैं। गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस को स्पष्ट बहुमत मिला है। राजस्‍थान में कांग्रेस के समर्थन पर मायावती बोलीं कि अगर राजस्‍थान में कांग्रेस को जरूरत पड़ी तो बसपा समर्थन को तैयार है। उन्‍होंने मध्‍य प्रदेश में भी कांग्रेस को समर्थन देने की घोषणा की है। बता दें कि राजस्‍थान में बसपा को 6 सीटें मिली हैं और कांग्रेस 99 सीटें पाकर बहुमत से 1 सीट कम पर है। मायावती ने कहा 'हमारी पार्टी बीजेपी को सत्ता से बाहर करने के लिए चुनाव लड़ी थी। इसी मकसद के साथ कांग्रेस की विचारधारा से मेल नहीं खाने के बावजूद कांग्रेस का समर्थन करेगी।'

राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने अपना इस्तीफा राज्यपाल को सौंप दिया है। वसुंधरा राजे सरकार में कद्दावर रहे कई मंत्री विधानसभा चुनाव हार गए हैं। इनमें परिवहन मंत्री युनुस खान, खान मंत्री सुरेंद्र पाल सिंह टीटी, यूडीएच मंत्री श्रीचंद कृपलानी शामिल हैं। जीतने वाले मंत्रियों में गृहमंत्री गुलाब चंद कटारिया व शिक्षा मंत्री किरण महेश्वरी का नाम प्रमुख है। वसुंधरा राजे के करीबी माने जाने वाले युनुस खान टोंक विधानसभा सीट से 54,179 मतों से हार गए। इस सीट पर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष व पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ रहे सचिन पायलट जीते हैं।

कांग्रेस को जीत की बधाई देते हुए वसुंधरा राजे ने कहा 5 साल में बीजेपी ने अच्छे काम किए हैं।मुख्यमंत्री ने कहा कि हम प्रदेश की जनता की आवाज को सदन में उठाएंगे। मैं समस्त पार्टी कार्यकर्ताओं, पीएम मोदी और पार्टी अध्यक्ष अमित शाह को धन्यवाद देना चाहती हूं।
राज्य की 200 सीटों की विधानसभा में बहुमत का जादुई आंकड़ा 100 का है। फिलहाल 199 सीटों पर चुनाव हुआ है जबकि बसपा प्रत्याशी के निधन के चलते रामगढ सीट पर चुनाव स्थगित कर दिया गया है।