राजस्थान व दिल्ली पुलिस ने चंडीगढ़ से पकड़े गोगामेड़ी के हत्यारे

जयपुर/नई दिल्ली। श्रीराष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की जयपुर में उनके घर पर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हत्याकांड के चार दिन बाद पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। हत्याकांड से जुड़े दो आरोपियों को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने राजस्थान पुलिस के साथ एक जॉइंट ऑपरेशन में चंडीगढ़ से गिरफ्तार किया है। रोहित राठौड़ और नितिन फौजी नाम के दो लोगों ने सुखदेव की गोली मारकर हत्या की थी। अब पुलिस ने दोनों को तुरंत गिरफ्तार किया है।

दोनों आरोपी नवीन शेखावत नाम के व्यक्ति के माध्यम से उनके घर पहुंचे थे। हमलावरों ने भागने से पहले नवीन शेखावत को भी गोलियों से भून दिया था। एक सूत्र ने कहा कि क्राइम ब्रांच की नई दिल्ली रेंज को सूचना मिली कि दोनों आरोपी चंडीगढ़ में छिपे हुए हैं। इसके बाद दिल्ली पुलिस मुख्यालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने उन्हें तुरंत छापेमारी के लिए निकलने के लिए कहा।

एक पुलिस सूत्र ने कहा, “एसीपी उमेश बर्थवाल के नेतृत्व में एक टीम डीसीपी (क्राइम ब्रांच) अमित गोयल के नेतृत्व में चंडीगढ़ के लिए रवाना हुई और उन्होंने राजस्थान पुलिस के साथ जानकारी शेयर की। उन्होंने चंडीगढ़ के सेक्टर 22 में छापेमारी की, जहां से दो शूटरों (रोहित और नितिन) और उधम नामक के उनके एक सहयोगी को पकड़ लिया गया।”

दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा कि आरोपियों को दिल्ली लाया जा रहा है और फिर उन्हें राजस्थान पुलिस को सौंप दिया जाएगा। पुलिस उनके दावों की पुष्टि कर रही है कि हत्या जातिगत प्रतिद्वंद्विता के कारण हुई थी। घटना के बाद जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के करीबी गैंगस्टर रोहित गोदारा ने एक फेसबुक पोस्ट में गोगामेड़ी की हत्या की जिम्मेदारी ली थी। राजस्थान पुलिस ने कहा था कि हमलावरों के पकड़े जाने के बाद इस लिंक की जांच की जाएगी।

इससे पहले शनिवार को रामवीर नाम के व्यक्ति को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। बताया जा रहा है कि रामवीर ने ही नितिन फौजी के लिए सारे इंतजाम घटना वाले दिन करवाए थे। बता दें कि रामवीर, आरोपी नितिन का करीबी दोस्त भी है और साजिश में दोनों का हाथ रहा है।

गांव से शूटर की पत्नी को मिलाने लाया

रामवीर ही गांव से नितिन की पत्नी को उससे मिलाने के लिए लाया। यहां उसने मोबाइल व अन्य सुविधा भी उपलब्ध करवाई। कुछ दिन रुकने के बाद फौजी गैंग के किसी अन्य सदस्य के पास चला गया। साथ ही उसने रामवीर को कहा कि वह फिर आएगा। उसने बड़ी वारदात करने के लिए मदद मांगी थी।

बार-बार जगह बदली, बस से हुए फरार


वारदात से पहले फौजी जयपुर में तीन दिसम्बर को पहुंचा। यहां पहुंचने से पहले ही उसने रामवीर से सम्पर्क कर लिया था। रामवीर ने उसे पहले महेश नगर के कीर्ति नगर में रुकवाया। इसके बाद अगले दिन गांधीनगर रेलवे स्टेशन के पास होटल में ठहराया। कुछ समय प्रताप नगर क्षेत्र में भी रहे। चार दिसम्बर को उन्होंने एनिमल फिल्म देखी। इसके बाद पांच दिसम्बर को रोहित से मिला और वारदात को अंजाम दिया। वारदात के बाद शूटर नितिन फौजी और रोहित राठौड राहगीर से छीनी स्कूटी से अजमेर रोड पहुंचे। यहाँ से रामवीर बाइक पर दोनों को बगरू टोल प्लाजा से आगे तक लेकर गया। जहां से दोनों रोडवेज बस में सवार होकर फरार हो गए।

विदेश भागने की तैयारी में था शूटर नितिन

नितिन पर हरियाणा में पुलिस फायरिंग का केस दर्ज हो चुका था। इसके बाद जयपुर में वारदात करने के लिए उसे गैंग ने विदेश भगाने का लालच दिया। उसे झांसा दिया पत्नी के साथ विदेश भेजने की व्यवस्था भी करेंगे।

घटना के दिन गोगामेड़ी की फोटो बताकर दिया था टास्क

नितिन को गोगामेड़ी के बारे पड़ताल में सामने आया कि गिरोह के राजस्थान में सक्रिय वीरेन्द्र ने ही शूटरों से सम्पर्क किया था। उसने नितिन और रोहित राठौड़ को यह टास्क दिया था। नितिन को गोगामेड़ी के बारे में जानकारी नहीं थी। उसे घटना के दिन ही फोटो बताई गई थी। उसे बस यही बताया था कि एक बड़ी वारदात करनी है।

रामवीर ने दी थी छिपने के लिए जगह

नितिन और उसके कुछ साथियों की 9 नवंबर को महेन्द्रगढ़ में पुलिस से मुठभेड़ हुई। पुलिस ने 3 आरोपी पकड़े, लेकिन नितिन सहित तीन अन्य आरोपी फरार हो गए। फरारी में नितिन ने रामवीर से सम्पर्क किया। रामवीर ने ही उसे यहां 19 नवम्बर को महेश नगर क्षेत्र में परिचित सीए के यहां रुकवाया।