राजस्थान लगातार दूसरे साल भी रहा दुष्कर्म के मामलों में नंबर 1, लेकिन दुष्कर्मियों को सजा दिलाने में भी सबसे आगे

राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) ने बुधवार को साल 2020 के अपराध के आंकड़े जारी किए गए। जिसमें राजस्थान लगातार दूसरे साल दुष्कर्म के मामलों में देश में नंबर-1 पर रहा। हांलाकि देश में दुष्कर्म के मामले घटे है और राजस्थान में सर्वाधिक 5,310 मामले आए हैं अर्थात हर दिन करीब 15 मामले। इनमें से 264 में अनजान, 721 में पारिवारिक सदस्य, 1531 में दोस्त या शादी का झांसा जबकि 2794 में पड़ोसी आरोपी हैं. 5046 यानी 95% मामलों में नजदीकी ही आरोपी निकला। राजस्थान में कोरोनाकाल के पहले साल यानी 2020 में 2019 से 28% ज्यादा आपराधिक केस दर्ज हुए।

डीजीपी​​​​​​​ एमएल लाठर ने कहां कि यहां फ्री रजिस्ट्रेशन के कारण अपराध के आंकड़े बढ़े हैं। दुष्कर्म के मामलों में 43% मामले झूठे निकले। इनमें भी 31% परिवादी तो 164 बयानों में ही मुकर गए। दुष्कर्मियों को सजा दिलाने में राजस्थान सबसे आगे है। 45% को सजा दिला चुके। देशभर में ये आंकड़ा 23% है।

2020 में 51 लाख केस दर्ज हुए, जो 2019 से 14 लाख ज्यादा हैं। इनमें ज्यादातर कोरोना गाइडलाइन उल्लंघन के थे। देश में रोज औसतन 80 हत्या व 77 दुष्कर्म के केस दर्ज हुए। हत्या के सर्वाधिक 3,779 केस यूपी में दर्ज हुए। बच्चों पर अपराध के सबसे ज्यादा केस 17008 मप्र में दर्ज हुए। दुष्कर्म के मामले यूपी में 2,769, महाराष्ट्र में 2,061 और असम में 1,657 दर्ज हुए। इनमें 25,498 पीड़िता वयस्क और 2,655 नाबालिग थीं।