राजस्थान में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) लगातार अपनी कार्रवाई को तेज कर रहा है। इस बार एसीबी ने हनुमानगढ़ में एक प्राइवेट बीएड कॉलेज के प्रिंसिपल और एक बाबू को रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ लिया। एसीबी की टीम ने छापेमारी के दौरान प्रिंसिपल रामावतार और बाबू करण से 5000 रुपये रिश्वत की राशि बरामद की। यह रिश्वत कॉलेज में दाखिला कराने के नाम पर ली जा रही थी।
सूत्रों के मुताबिक, आरोपी कॉलेज प्रशासन से जुड़े थे और विद्यार्थियों से रिश्वत की मांग कर रहे थे। एसीबी ने दोनों को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया और उनके खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है। एसीबी के अधिकारियों ने मामले की गहनता से जांच शुरू कर दी है और अन्य संबंधित आरोपियों की गिरफ्तारी की संभावना जताई है।
फार्म भरवाने के लिए मांगी थी रिश्वत
एसीबी की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक, एक परिवादी ने एसीबी से शिकायत की थी कि यूनिवर्सिटी में फार्म भरवाने के नाम पर उससे 5,000 रुपये की रिश्वत मांगी जा रही है। इसके लिए उसे परेशान किया जा रहा है। जबकि रिश्वत न देने पर उसका फार्म रिजेक्ट कर देने की बात कही गई है। इस शिकायत के मिलने के बाद एसीबी की टीम ने इसका सत्यापन किया तो मामले की सच्चाई पता चली। इसके बाद एसीबी की टीम ने ट्रैप कार्रवाई करते हुए प्रिंसिपल और बाबू को परिवादी से 5000 रुपये रिश्वत लेते पकड़ा है।
अब हनुमानगढ़ ACB की टीम प्रिंसिपल रामावतार और बाबू करण से पूछताछ कर रही है और उनसे जुड़े लोगों की भी जांच की जा रही है। बताया जा रहा है कि एसीबी उन दोनों के अन्य ठिकानों पर भी कार्रवाई की तैयारी कर रही है।