नई दिल्ली। विपक्ष के नेता राहुल गांधी और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के बीच सोमवार को सदन के अंदर बहस हो गई, जब पूर्व ने उनसे पूछा कि जब वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिले तो उन्होंने उनके सामने झुककर क्यों प्रणाम किया। राहुल गांधी ने कहा, जब आपने (अध्यक्ष ओम बिरला) मुझसे हाथ मिलाया तो मैंने एक बात नोटिस की। जब आपने मुझसे हाथ मिलाया तो आप सीधे खड़े थे। लेकिन जब आपने मोदीजी से हाथ मिलाया तो आप उनके सामने झुककर खड़े थे।
राहुल गांधी के बयान पर जहां विपक्षी गुट ने खुशी जताई, वहीं एनडीए सांसदों ने इस पर आपत्ति जताई, जबकि गृह मंत्री अमित शाह ने खड़े होकर कहा कि यह आसन के खिलाफ आरोप है।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने राहुल गांधी को जवाब देते हुए कहा, माननीय प्रधानमंत्री सदन के नेता हैं और यह मेरी संस्कृति और नैतिकता में है कि मैं अपने बड़ों से मिलते समय झुकता हूं और अपने उम्र के लोगों के साथ समान व्यवहार करता हूं।
ओम बिरला ने कहा, मेरी नैतिकता यह है कि हम बड़ों के सामने झुकें और जरूरत पड़ने पर उनके पैर भी छूएं।
हालांकि, कांग्रेस नेता यहीं नहीं रुके और आगे कहा, मैं आपके विचारों को सम्मानपूर्वक स्वीकार करता हूं, लेकिन मैं आपको बताना चाहता हूं कि सदन में अध्यक्ष से बड़ा कोई नहीं है।
उन्होंने कहा, अध्यक्ष सदन में सबसे ऊपर हैं और हम सभी को उनके सामने झुकना चाहिए। राहुल गांधी ने कहा कि वह और पूरा विपक्ष अध्यक्ष के सामने झुकते हैं।
राहुल गांधी ने कहा, आप अध्यक्ष हैं और आपको किसी के सामने झुकना नहीं चाहिए। रायबरेली से कांग्रेस सांसद ने कहा कि लोकसभा में अध्यक्ष का फैसला अंतिम होता है और इस भावना से सदन के सदस्य के रूप में हम उनके अधीन हैं।