मध्यप्रदेश जन आक्रोश रैली में बोले राहुल गांधी, दिल से आदिवासियों का सम्मान नहीं करते PM मोदी

मध्य प्रदेश में चुनाव की घोषणा हो चुकी है। इसी क्रम में चुनाव प्रचार करने के लिए मध्यप्रदेश के शहडोल पहुंचे राहुल गांधी ने जन आक्रोश रैली को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा, 'जिसकी जितनी हिस्सेदारी हो उसको उतनी ही भागीदारी मिलनी चाहिए। पीएम मोदी आदिवासियों की बात करते हैं लेकिन वह उनका दिल से सम्मान नहीं करते हैं। अगर वह ऐसा करते तो जातिगत जनगणना जरूर करवाते।'

राहुल गांधी ने कहा, 'अगर भारत सरकार 100 रुपए खर्च करती है तो OBC वर्ग के अफसर सिर्फ 5 रुपए का निर्णय लेते हैं। अब आप ये बताइए अगर भारत सरकार 100 रुपए खर्च करती है तो आदिवासी अफसर कितने रुपए का निर्णय लेते हैं? आदिवासी अफसर 100 रुपए में से सिर्फ 10 पैसे का निर्णय लेते हैं। आदिवासी वर्ग का इससे बड़ा अपमान नहीं किया जा सकता।'

जातीय जनगणना कराने का किया वादा

राहुल गांधी ने शहडोल की इस चुनावी रैली के दौरान जातीय सर्वे कराने का वादा किया। उन्होंने कहा, हम मोदी जी पर इतना दबाव डाल देंगे कि उनको जातीय जनगणना करानी ही पडेगी। भाजपा वाले इससे बच नहीं सकते। जातीय सर्वे समाज के एक्सरे की तरह है इससे पता चलेगा कि कौन कितना पिछड़ा है और कितनी मुसीबत में है।

राहुल गांधी ने कहा, कांग्रेस की कार्य समिति ने जाति आधारित जनगणना का समर्थन करने का ऐतिहासिक निर्णय लिया है क्योंकि यह हिंदुस्तान के भविष्य के लिए जरूरी है। जातिगत जनगणना के बाद विकास का एक नया रास्ता खुलेगा। कांग्रेस पार्टी इस काम को पूरा करके ही छोड़ेगी। याद रखिए, जब हम वादा करते हैं, तो उसे तोड़ते नहीं हैं। देश में जातिगत जनगणना होगी और हिंदुस्तान के गरीबों को उनकी हिस्सेदारी मिलेगी।

पीएम मोदी नहीं कराना चाहते जातीय सर्वे

राहुल गांधी ने पीएम मोदी को निशाने पर लेते हुए कहा, क्योंकि पीएम मोदी नहीं चाहते हैं कि पिछड़ी जातियों का विकास हो इसलिए वह जातीय जनगणना नहीं कराना चाहते हैं लेकिन यह काम कांग्रेस पार्टी करके दिखाएगी। यह राजनीतिक निर्णय नहीं है, बल्कि न्याय का निर्णय है।