नई दिल्ली। राहुल गांधी वायनाड लोकसभा सीट से सांसद रहेंगे या फिर रायबरेली का प्रतिनिधित्व करेंगे। यह जानकारी लोकसभा सचिवालय को देने का आज आखिरी दिन है। इस बीच कांग्रेस ने फैसला लेने के लिए मीटिंग बुला ली है। इस बैठक में यह फैसला होगा कि राहुल गांधी किस सीट को छोड़ेंगे। कांग्रेस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक राहुल गांधी वायनाड लोकसभा सीट को छोड़ेंगे और रायबरेली से सांसद बने रहेंगे। वहीं वायनाड से प्रियंका गांधी को उपचुनाव में मौका मिल सकता है। ऐसा हुआ तो प्रियंका गांधी का यह चुनावी पदार्पण होगा। लोकसभा चुनाव 2024 में उन्हें रायबरेली से उतारने की चर्चाएं थीं, लेकिन वहां से भी राहुल ही उतरे थे।
दरअसल राहुल गांधी कौन सीट से सांसद रहेंगे। यह बताने के लिए आज आखिरी दिन है। इसके अलावा नेता विपक्ष कौन रहेगा, यह भी आज ही बताना होगा। हालांकि वायनाड सीट से कांग्रेस का उम्मीदवार कौन होगा, यह बताने के लिए उपचुनाव तक का इंतजार किया जा सकता है। गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव 2019 में राहुल गांधी ने वायनाड के अलावा रायबरेली से भी चुनाव लड़ा था। यहां वह करीब 4 लाख के अंतर से जीते। रायबरेली सीट से राहुल गांधी का जीतना विरासत के लिहाज से भी अहम है। यहां से सोनिया गांधी 2004 से 2024 तक लगातार सांसद रही थीं। उनके अलावा इंदिरा गांधी, राजीव गांधी और फिरोज गांधी भी यहां से सांसद रहे हैं।
कांग्रेस नेताओं ने पिछले दिनों राहुल गांधी से अपील की थी कि वे लोकसभा में नेता विपक्ष बनें। कांग्रेस को 99 सीटों पर जीत मिली है और अब तक नेता रहे अधीर रंजन चौधरी को पराजित होना पड़ा है। ऐसे में नए नेता के तौर पर
राहुल गांधी से जिम्मेदारी संभालने की अपील की जा रही है। खबर है कि उन्होंने इससे इनकार कर दिया है। वह लगातार कह रहे हैं कि किसी और नेता को यह जिम्मेदारी मिले। ऐसे में देखना होगा कि नेता विपक्ष के नाम पर किस पर मुहर लगती है। नेता विपक्ष को कैबिनेट रैंक मिलती है।