'सिर्फ ब्राह्मण को हिन्दुत्व और राम के बारे में चर्चा करने का अधिकार है। पीएम मोदी ( PM Modi ) और उमा भारती ( Uma Bharti ) , राम और हिन्दुत्व के बारे में बात कर रहे हैं।' यह बयान देकर कांग्रेस ( Congress ) के दिग्गज नेता सीपी जोशी (CP Joshi) विवादों में फंसते नजर आ रहे हैं। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ( Rahul Gandhi ) ने पार्टी के वरिष्ठ नेता सीपी जोशी (CP Joshi) के कथित विवादित बयान को खारिज करते हुए शुक्रवार को कहा कि जोशी को खेद प्रकट करना चाहिए। उन्होंने जोशी के बयान को कांग्रेस के आदर्शों के खिलाफ करार दिया। इसके बाद सीपी जोशी ने अपने आपत्तिजनक बयान पर माफी मांग ली है।
बता दें कि सीपी जोशी ने कहा है कि धर्म के बारे में कोई जानता है तो केवल पंडित जानते हैं।' इसके साथ ही उन्होंने कहा, 'उमा भारती एक लोधी हैं और वह हिंदू धर्म के बारे में बात करती हैं, मोदी जी हिंदू धर्म पर बात करते हैं। केवल ब्राह्मण हैं, जो इस बारे में बात नहीं करते। देश को गुमराह किया जा रहा है। धर्म और शासन दोनों अलग-अलग चीजें हैं। हर किसी को अपना धर्म मानने का अधिकार है।' राहुल गांधी के ट्वीट में कहा गया, "सीपी जोशी जी का बयान कांग्रेस पार्टी के आदर्शों के विपरीत है... पार्टी के नेता ऐसा कोई बयान न दें, जिससे समाज के किसी भी वर्ग को दुःख पहुंचे... कांग्रेस के सिद्धांतों, कार्यकर्ताओं की भावना का आदर करते हुए जोशी जी को ज़रूर गलती का अहसास होगा... उन्हें अपने बयान पर खेद प्रकट करना चाहिए..."
अपने बयान पर खेद प्रकट : अब सीपी जोशी ने भी ट्वीट कर अपने बयान पर खेद प्रकट किया है। उन्होंने ट्विटर पर लिखा- कांग्रेस के सिद्धांतो एवं कार्यकर्ताओं की भावनाओं का सम्मान करते हुए मेरे कथन से समाज के किसी वर्ग को ठेस पहुंची हो तो मैं उसके लिए खेद प्रकट करता हूं।
दरअसल, राजस्थान के नाथद्वारा में जोशी ने एक रैली में कहा कि धर्म के बारे में कोई जानता है तो पंडित जानते हैं लेकिन PM मोदी, उमा भारती, साध्वी ऋतंबरा जैसे नेता हिंदू धर्म की बात करते हैं। वे कहते हैं कि एक कांग्रेसी हिंदू नहीं हो सकता, उन्हें सर्टिफिकेट देने की अथॉरिटी किसने दी? क्या उन्होंने कोई यूनिवर्सिटी खोल रखी है? धर्म के बारे में कोई जानता है तो केवल पंडित जानते हैं।'
सीपी जोशी ने आगे कहा, 'सरदार पटेल जी पंडित नेहरू के कैबिनेट में थे। पटेल जी की एकिकृत भारत योजना को पंडित नेहरू का समर्थन था, उन्होंने पंडित नेहरू की मंजूरी के बिना कुछ नहीं किया। लेकिन ये लोग दोनों के बारे में गलत जानकारी फैला रहे हैं कि दोनों कभी साथ नहीं रहे।'
बता दें, सीपी जोशी को नाथद्वारा से चुनावी मैदान में उतारा गया है। राजस्थान की 200 विधानसभा सीटों के लिए 7 दिसंबर को चुनाव है। इसी दिन तेलंगाना में मतदान हैं। मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और मिजोरम के साथ इन दोनों राज्य के चुनाव के नतीजे 11 दिसंबर को जारी किए जाएंगे।