पाकिस्तान और चीन की नींद हराम करने आ रहा हैं राफेल, अंबाला में रहने वाले पूर्व सैनिकों ने जताई खुशियां, जानें विमान की खूबियां

अत्‍याधुनिक मिसाइलों और घातक बमों से लैस भारतीय वायुसेना के सबसे घातक फाइटर जेट राफेल 29 जुलाई (बुधवार) को अंबाला पहुंचने वाला है। राफेल के स्वागत के लिए पूरा अंबाला शहर तैयार है। 5 लड़ाकू विमानों के आने से लोगों में उत्साह है। सब इसे करीब से देखना चाहते हैं, यह भले ही मुमकिन न हो, लेकिन उन्हें तसल्ली इस बात की है कि आए दिन उड़ता हुआ तो देखेंगे।

अंबाला के पूर्व सैनिकों का कहना है कि चीन और पाकिस्तान से भारत पहले भी नहीं डरता था, लेकिन इस विमान के आने से हमारी ताकत दोगुनी हो गई है। राफेल को लेकर हमने अंबाला में रहने वाले कुछ पूर्व सैनिकों से बात की। पढ़िए, राफेल को लेकर उनकी राय।

- अंबाला की एक्स सर्विसमैन वेलफेयर कमेटी के प्रधान अत्र सिंह मुल्तानी का कहना है कि राफेल आने से पाकिस्तान और चीन की नींद हराम होना तय है। ऐसा फाइटर हिंदुस्तान को मिला है जो अपने आप में ताकत है, जो दुश्मन के टारगेट को सिलेक्ट करके उसे तबाह कर सकता है। दावे के साथ कह सकता हूं कि आने वाला टाइम हिंदुस्तान का होगा। इससे नेवी भी मजबूती के साथ उभरेगी। यह अंबाला के लिए गर्व की बात है कि राफेल की पहली खेप यहां आ रही है। पूर्व सैनिक इसका दिल खोलकर स्वागत करेंगे।

- अंबाला के रिटायर्ड सूबेदार मेजर सुरखन सिंह का कहना है कि चीन लद्दाख में साजिश रच रहा है। वह सोचता है कि 1962 का इतिहास दोहरा देगा, ऐसा नहीं होने वाला। इस बार उसे नाकों चने चबवा देंगे। राफेल आने से वायुसेना की ताकत दोगुनी हो जाएगी। इसकी टक्कर का फाइटर प्लेन सिर्फ अमेरिका के पास है। भारत के पास ये आया है, अब चीन और पाकिस्तान सोच-समझकर हरकत करेगा।

- रिटायर्ड कैप्टन कर्मचंद मेहरा का कहना है कि राफेल सबसे बढ़िया है। इससे देश की ताकत बढ़ेगी। ऐसा फाइटर प्लेन सिर्फ अमेरिका और फ्रांस के पास है। इससे चीन और पाकिस्तान में डर पैदा हो गया है। उन्हें जरूर लगेगा कि अगर ये हमारे यहां आ गया तो काफी नुकसान पहुंचाएगा। अंबाला में अंग्रेजों के समय का हवाई अड्डा है। पहली बार राफेल का यहां आना बड़े गर्व की बात है। इस एयरबेस से चारों तरफ अटैक किया जा सकता है।

- ऑनरेरी सूबेदार मेजर राजेश बसी का कहना है कि राफेल देश में नहीं हमारे घर में आ रहा है। इसकी भारत को बहुत जरूरत थी। फिफ्थ जैनरेशन का यह फाइटर प्लेन गेम चेंजर है। यह पाकिस्तान और चीन से मुकाबला करने में हमें आगे रखेगा। अंबाला स्टेशन पाकिस्तान और चीन के टारगेट पर रहा है। अंबाला को सेफ रखने और यहां तैनाती करने का देश को बहुत फायदा है।

विमान की खूबियां

- राफेल में वो सारी चीजें मौजूद हैं जो एक युद्धक विमान में होती हैं। राफेल का निशाना अचूक है। राफेल ऐसा हथियार है, जो दुश्मन को न केवल जवाब देता है बल्कि उसे हमला करने का मौका भी नहीं देता है।

- राफेल की अधिकतम स्पीड 2222 किमी/घंटा है बताया जा रहा है कि राफेल एक मिनट में 60 हजार फुट की ऊंचाई तक जा सकता है।

- राफेल विमान में भारतीय वायुसेना के हिसाब से फेरबदल किए गए हैं यानी भारतीय वायुसेना के हिसाब से ये विमान युद्ध क्षेत्र में बिल्कुल फिट बैठता है।
- भारत आ रहे राफेल विमानों की मारक क्षमता बढ़ाने के लिए इसमें फ्रांस निर्मित हैमर मिसाइल लगाने की तैयारी हो रही है। ये मिसाइल 60 से 70 किमी की दूरी पर भी मजबूत से मजबूत लक्ष्य को ध्वस्त करने में सक्षम है। हाइली एजाइल माड्युलर म्यूनिशन एक्सटेंडेड रेंज (हैमर) हवा से जमीन पर मार करने वाली मीडियम रेंज की मिसाइल है। यह मिसाइल शुरुआत में फ्रांस की वायुसेना और नौसेना के लिए बनाई गई थी। इस मिसाइल से भारतीय वायुसेना दुश्मनों के बंकर को सटीक निशाना बना सकती है।

- राफेल विमानों उसमें लगने वाली स्कैल्प और मीटियोर मिसाइल पहले ही भारत पहुंच गई हैं।
- राफेल हवा से हवा में मार करने वाली मीटियोर मिसाइलों से लैस है, जो 150 किमी दूर लक्ष्य को निशाना बनाने में सक्षम है। बिना सीमा पार किए यह दुश्मन के विमानों को निशाना बना सकती हैं। रडार गाइडेड और ध्वनि की गति से 4 गुना ज्यादा तेज है।

बता दे, चीन और पाकिस्तान के पास इसके मुकाबले की कोई मिसाइल नहीं है। साथ ही राफेल में स्कैल्प मिसाइल 600 किमी दूर से अचूक निशाना लगाने में सक्षम है।