हरियाणा समेत कई राज्यों में बर्ड फ्लू की सूचना, पंजाब ने पोल्ट्री के आयात पर लगाया प्रतिबंध

बर्ड फ्लू ने पूरे देश में चिंता बढ़ा दी है। अब तक 6 राज्यों में इसकी पुष्टि हो चुकी है। राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और केरल में 4.84 लाख से अधिक पक्षियों की मौत हो चुकी है। हरियाणा समेत कई राज्यों में बर्ड फ्लू की खतरे को देखते हुए पंजाब सरकार ने दूसरे राज्यों से आने वाले मीट, मुर्गों और अंडों पर अगले सात दिनों के लिए प्रतिबंध लगा दिया है। पंजाब सरकार ने यह फैसला हरियाणा की तरफ से पोल्ट्री पदार्थों व अंडों को पंजाब में डंप करने की सूचना के तहत किया है। हरियाणा के बरवाला क्षेत्र में रहस्यमय तरीके से मर रहीं मुर्गियों की वजह से इलाके में एवियन फ्लू का भय है। यहां करीब एक लाख मुर्गी और चूजों की मौत हो चुकी है।

आपको बता दे, हरियाणा में बर्ड फ्लू की पुष्टि हो गई है। पंचकूला जिले के तीन पोल्ट्री फार्म में से दो के नमूने जांच में पॉजिटिव मिले हैं। जिन दो फार्म में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है, उनके एक किलोमीटर के दायरे में आने वाले 5 पोल्ट्री फार्म की 1 लाख 66 हजार 328 मुर्गियों को मारकर जलाया या दबाया जाएगा। 1 से 10 किलोमीटर के दायरे में आने वाले फार्म की मुर्गियों की निगरानी रखी जाएगी। 5 फार्म की मुर्गियों को मारने के लिए 40-50 टीमें गठित कर दी गई हैं। इन पोल्ट्री फार्म के संचालकों को प्रति मुर्गी 90 रुपये मुआवजा दिया जाएगा। पशुपालन विभाग ने भोपाल की लैब में जांच के लिए नमूनों को भेजा था। जालंधर लैब की पहली रिपोर्ट में बर्ड फ्लू की पुष्टि नहीं हुई थी। सिद्धार्थ पोल्ट्री फार्म गांव खेड़ी, रायपुरानी व नेचर पोल्ट्री फार्म ढांढलवर गांव धनौली की मुर्गियों में बर्ड फ्लू मिला है। इनमें एच5एन8 इन्फ्लूएंजा पाया गया है। यह ज्यादा घातक नहीं है। एच5एन1 इन्फ्लूएंजा सबसे घातक माना जाता है। एसकेएम पोल्ट्री फार्म गांव मौली की रिपोर्ट नेगेटिव आई है

मुर्गियों के रहस्यमय तरीके से मरने का सिलसिला 5 दिसंबर से शुरू हुआ था। बरवाला क्षेत्र के 110 मुर्गी फार्मों में से लगभग दो दर्जन फार्मों में मुर्गियों की रहस्यमय तरीके से मौत हो चुकी है। मुर्गियों की मौत के बाद अब पंचकूला जिला प्रशासन हरकत में आया है।

राज्य के पशुपालन विभाग ने प्रभावित फार्मो में पाई गई मृत मुर्गियां के 80 सैम्पल इकट्ठे करके जांच के लिए जालंधर की रीजनल डिजीज डायग्नोस्टिक लैबोरेट्री में भेजे गए हैं।