सीरम के प्लांट में आग से 5 की मौत, परिवारों को 25 लाख का मुआवजा देगी कंपनी

कोरोना वायरस की वैक्सीन कोविशील्ड बना रही सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) के पुणे स्थित प्लांट में गुरुवार को बड़ा हादसा हो गया। दोपहर 3 बजे प्लांट की इमारत में आग लग गई। आग को दमकल की 15 गाड़ियों की मदद से डेढ़ घंटे बाद बुझाया जा सका। इस हादसे में अब तक 5 लोगों की मौत की खबर मिली है। ये सभी मजदूर थे। शाम करीब सवा सात बजे यहां दोबारा आग लग गई, जिसे बुझाने की कोशिशें जारी हैं। रेस्क्यू टीम 9 लोगों को बचाने में कामयाब रही। अब तक मिली जानकारी के मुताबिक आग सीरम इंस्टीट्यूट के टर्मिनल गेट 1 SEZ3 बिल्डिंग के चौथे और पांचवें तल तक फैल गई थी। राहत कार्य के लिए एनडीआरएफ की एक टीम भी राहत एवं बचाव कार्य के लिए सीरम इंस्टीट्यूट में मौजूद है। हादसे में मारे गए लोगों में उत्तर प्रदेश के बिपिन सरोज और रमा शंकर, बिहार के सुशील कुमार पांडे, पुणे के महेंद्र इंगळे और प्रतीक पाष्टे शामिल हैं। सीरम इंस्टीट्यूट ने हादसे में मारे गए लोगों के परिवारों के 25 लाख रुपये देने का ऐलान किया है।

SII के CEO अदार पूनावाला ने हादसे के बाद कहा, ‘मैं सरकार और लोगों को भरोसा दिलाना चाहता हूं कि कोवीशील्ड के प्रोडक्शन को इस हादसे से कोई नुकसान नहीं हुआ है। ऐसी स्थिति से निपटने के लिए हमने कई प्रोडक्शन बिल्डिंग तैयार कर रखी हैं। कोवीशील्ड का प्रोडक्शन नहीं रुकेगा। दुर्भाग्य से कुछ लोगों की जान इस हादसे में गई है। इसका हमें गहरा दुख है। हम परिजनों को 25-25 लाख रुपए की मदद देंगे।’

पुणे के मेयर मुरलीधर मोहोल ने कहा कि चार लोगों इमारत से सुरक्षित निकाल लिया गया था। लेकिन जब आग पर काबू पाया गया तब हमारे जवानों को 5 लोगों के शव मिले। मेयर ने कहा कि पांच लोग जिनकी मौत हुई है वह निर्माणाधीन बिल्डिंग में काम करने वाले कर्मचारी हो सकते हैं। आग लगने के कारणों का अब तक पता नहीं चल सका है हालांकि ऐसा लगता है कि बिल्डिंग में चल रहा वेल्डिंग का काम इसकी वजह हो सकता है। जिस जगह आग लगी, उसे सीरम का मंजरी प्लांट कहते हैं। यह जगह कोवीशील्ड वैक्सीन की मैन्युफैक्चरिंग यूनिट से करीब एक किलोमीटर की दूरी पर है। इस वजह से कोवीशील्ड को नुकसान नहीं पहुंचा।

जहां आग लगी, वहां टीबी का टीका बनता है

जिस इमारत में आग लगी, वहां पर टीबी से बचाव के इस्तेमाल होने वाली BCG वैक्सीन बनती है। यहां ठेका मजदूर बिजली का काम करने आए थे। महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजीत पवार ने बताया कि सरकार ने इस हादसे की जांच के आदेश दे दिए हैं।