'बोट पे चर्चा' से आज प्रियंका गांधी करेंगी 'सांची बात', कहा- निडर बनो और सब अच्छा होगा

देश में कांग्रेस को वापिस मजबूती दिलाने के लिए कांग्रेस महासचिव और पूर्वी यूपी की प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Vadra) जी तोड़ मेहनत कर रही है। वह आज से यूपी के प्रयागराज से गंगा यात्रा के जरिए अपने चुनावी मिशन का आगाज करेंगी। प्रियंका (Priyanka Gandhi Vadra) यहां से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के संसदीय क्षेत्र वाराणसी नाव से जाएंगी। दो दिनों की इस यात्रा को ‘गंगा-जमुनी तहजीब यात्रा’ का नाम दिया गया है। अपनी पहली चुनावी यात्रा में बीजेपी को घेरने के लिए वह पीएम मोदी के चाय पर चर्चा की तर्ज पर बोट पर चर्चा का आगाज करेंगी। इसके जरिए वह प्रयागराज के छात्रों के शिष्टमंडल से बात करेंगी। प्रयागराज से वाराणसी तक चुनाव यात्रा को 'सांची बात, प्रियंका के साथ' नाम दिया है। प्रियंका रविवार शाम को ही प्रयागराज पहुंच गईं जहां उन्होंने नेहरू-गांधी परिवार के पैतृक आवास आनंद भवन का दौरा किया।

उन्होंने ट्वीट कर कहा, ''स्वराज भवन के आंगन में बैठे हुए वह कमरा दिख रहा है जहाँ मेरी दादी का जन्म हुआ। रात को सुलाते हुए दादी मुझे जोन ऑफ आर्क की कहानी सुनाया करती थीं। आज भी उनके शब्द दिल में गूँजते हैं। कहती थीं- निडर बनो और सब अच्छा होगा।'' करीब 140 किलोमीटर की 'गंगा-जमुनी तहजीब यात्रा' के लिए तैयारी पूरी कर ली गई है। इस दौरान प्रियंका प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘मन की बात’ के मुकाबले ‘सांची बात’ कार्यक्रम करेंगी।

प्रियंका गांधी का खुला खत

पूर्वी उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका ने कल भावनात्मक पत्र लिखा। प्रियंका ने अपने खुले खत में कहा, ''उत्तर प्रदेश के लोगों से मेरा नाता बहुत पुराना है। आज कांग्रेस पार्टी की सिपाही के रूप में मेरी जिम्मेदारी आपके सबके साथ मिलकर उत्तर प्रदेश की राजनीति को बदलने की है।''

उन्होंने कहा, ''प्रदेश की राजनीति में एक ठहराव के कारण आज युवा, महिलाएं, किसान और मजदूर परेशानी में हैं। वे अपनी बात अपनी पीड़ा साझा करना चाहते हैं, लेकिन राजनीतिक गुणा-गणित के शोर में युवाओं, महिलाओं, किसानों और मजदूरों की आवाज प्रदेश की नीतियों से पूरी तरह गायब है।''

प्रियंका का पूरा कार्यक्रम

प्रियंका के तय कार्यक्रम के अनुसार, 18 मार्च को वह सुबह साढ़े नौ बजे मनइया पहुंचेगी। इसके बाद वह नाव की सवारी करते हुए यात्रा की शुरुआत करेंगी। वह मनइया से सीतामढ़ी तक स्टीमर से यात्रा करेंगी और फिर सीतामढ़ी में ही रात्रि विश्राम करेंगी। संगम के पास छतनाग की बजाय अब प्रियंका मनइया से स्पेशल स्टीमर की सवारी कर यात्रा करेंगी। मनइया निषादों द्वारा बसाया गया गांव है, जो संगम से 10 किमी दूर है। मनइया से यात्रा शुरू करने से पहले प्रियंका इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के छात्रों के एक समूह से बात करेंगी। यूनिवर्सिटी के छात्रसंघ के उपाध्यक्ष अखिलेश यादव ने बताया, 'मैंने उन्हें यूनिवर्सिटी के एक कार्यक्रम में आमंत्रित किया था लेकिन उनके बिजी शेड्यूल की वजह से अब 15 छात्रों का समूह उनसे नाव पर बातचीत करेगा।'

प्रियंका के लिए 19 मार्च की शाम को वाराणसी के मशहूर अस्सी घाट पर एक स्वागत समारोह भी रखा गया है और वह 20 मार्च को दिल्ली रवाना होने से पहले काशी विश्वनाथ के दर्शन भी करेंगी।

मइनया से यात्रा शुरू करके प्रियंका दमदमा की ओर जाएंगी। यह गांव गंगा के बांये तट पर स्थित है। वह यहां घाट पर गांव के लोगों से मुलाकात करेंगी। 12 बजे के करीब वह सिरसा गांव के तट पर पहुंचकर गांव का दौरा करेंगी। यहां वह पुलवामा हमले में शहीद महेश कुमार के परिवार से भी मुलाकात करेंगी। इसके बाद प्रियंका अपनी यात्रा की शुरुआत करके हांदिया के लक्षागृह पहुंचेंगी जहां वह स्थानीय लोगों को संबोधित करेंगी।

शुक्ला ने बताया कि इसके बाद नौका से ही वह लाक्षागृह जाएंगी जहां 18 मार्च की रात में वह विश्राम करेंगी। अगले दिन यानी 19 मार्च को वह माढहा नामक स्थान पर स्वागत समारोह में शामिल होंगी।

उन्होंने बताया कि प्रियंका सीतामढ़ी और रामपुर होते हुए विंध्याचल मंदिर में दर्शन करेंगी। फिर वह चुनार जाएंगी और शीतला माता मंदिर में दर्शन करेंगी। इसके बाद उनका वाराणसी के अस्सी घाट पहुंचने का कार्यक्रम है जहां उनका स्वागत होगा और इसके साथ ही उनकी इस यात्रा का समापन होगा। प्रियंका 20 मार्च को काशी विश्वनाथ के दर्शन करेंगी और फिर दिल्ली रवाना होंगी। बता दें कि 3 दिन के दौरे पर प्रियंका प्रयागराज से मिर्जापुर, जौनपुर होते हुए वाराणसी जाएंगी। 20 मार्च को प्रियंका वाराणसी में होंगी। इस दौरान वह गंगा की बदहाली पर पीएम मोदी को घेरेंगी।