कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने बुधवार को स्थानीय नेताओं की मौजूदगी में वायनाड लोकसभा उपचुनाव के लिए अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। नामांकन दाखिल करने के मौके पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, पूर्व पार्टी प्रमुख सोनिया गांधी और राहुल गांधी मौजूद रहेंगे। राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने कलपेट्टा न्यू बस स्टैंड से रोड शो का भी नेतृत्व किया।
प्रियंका गांधी ने बुधवार को कहा कि उन्होंने 1989 में 17 साल की उम्र में राजनीतिक अभियानों में भाग लेना शुरू किया था, जब उन्होंने अपने दिवंगत पिता राजीव गांधी के लिए वोट मांगे थे। वायनाड लोकसभा उपचुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने से पहले कलपेट्टा में एक विशाल सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि तब से 35 वर्षों में उन्होंने अपनी मां सोनिया गांधी, अपने भाई राहुल गांधी और अन्य पार्टी सहयोगियों के लिए प्रचार किया है।
प्रियंका गांधी वाड्रा के नामांकन पर कांग्रेस सांसद किशोरी लाल शर्मा ने कहा, हमारे लिए यह खुशी की बात है कि हमारी नेता पहली बार संसद में पहुंचेंगी। अमेठी और रायबरेली की तरह वायनाड में भी लोगों में उत्साह है...प्रियंका जी राजनीति में नई नहीं हैं, वह सक्रिय राजनीति में रही हैं...जब कोई बड़ा नेता किसी राज्य में जाता है तो उसका असर पड़ता है...
पिछले हफ़्ते चुनाव आयोग (ईसी) द्वारा वायनाड लोकसभा सीट पर उपचुनाव की घोषणा के साथ ही, केरल निर्वाचन क्षेत्र से प्रियंका गांधी के चुनावी पदार्पण के लिए मंच तैयार हो गया है, जहाँ से वह सक्रिय राजनीति में शामिल
होने के पाँच साल बाद संसद में प्रवेश कर सकती हैं। चुनाव आयोग द्वारा वायनाड उपचुनाव की घोषणा के तुरंत बाद, कांग्रेस ने घोषणा की कि प्रियंका गांधी (52) केरल की इस सीट के लिए उसकी उम्मीदवार होंगी।
कांग्रेस द्वारा वायनाड से एआईसीसी महासचिव को मैदान में उतारने के साथ ही, पार्टी कार्यकर्ताओं ने निर्वाचन क्षेत्र में पोस्टर लगाए थे, जिन पर वायनाडिंते प्रियांकरी (वायनाड की प्रिय) लिखा हुआ था।