नई दिल्ली। कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने सोमवार को कहा कि पड़ोसी देश बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों, खासकर हिंदुओं, ईसाइयों और बौद्धों पर लगातार हमलों की खबरें परेशान करने वाली हैं और उम्मीद जताई कि अंतरिम सरकार उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करेगी।
एक्स पर एक पोस्ट में, कांग्रेस महासचिव ने यह भी बताया कि धर्म, जाति, भाषा या पहचान के आधार पर भेदभाव, हिंसा और हमले किसी भी सभ्य समाज में अस्वीकार्य हैं।
प्रियंका गांधी ने हिंदी में एक पोस्ट में कहा, पड़ोसी बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर लगातार हमलों की खबरें परेशान करने वाली हैं। धर्म, जाति, भाषा या पहचान के आधार पर भेदभाव, हिंसा और हमले किसी भी सभ्य समाज में अस्वीकार्य हैं।
उन्होंने कहा, हमें उम्मीद है कि बांग्लादेश में स्थिति जल्द ही सामान्य हो जाएगी और वहां की अंतरिम सरकार हिंदू, ईसाई और बौद्ध धर्मों के लोगों की सुरक्षा और सम्मान सुनिश्चित करेगी।
प्रियंका गांधी की यह टिप्पणी बांग्लादेश में चल रही राजनीतिक अशांति के बीच आई है, जिसमें पिछले सप्ताह शेख हसीना के नेतृत्व वाली अवामी लीग सरकार के पतन के बाद देश भर में भड़की हिंसा की घटनाओं में 500 से अधिक लोग मारे गए हैं।
उल्लेखनीय है कि हिंसा की लहर ने देश भर में हिंदू समुदायों को भी निशाना बनाया। शेख हसीना के देश छोड़कर भारत भाग जाने के बाद बांग्लादेश में हुई हिंसा में कई हिंदू मंदिरों, घरों और व्यवसायों में तोड़फोड़ की गई,
महिलाओं पर हमला किया गया और अवामी लीग पार्टी से जुड़े कम से कम दो हिंदू नेताओं की हत्या कर दी गई।
इस बीच, बांग्लादेश के अंतरिम नेता मुहम्मद यूनुस ने हिंदू छात्रों और समुदाय के सदस्यों के साथ बैठक बुलाई है। रिपोर्टों के अनुसार, बांग्लादेश में अल्पसंख्यक समुदायों को 5 अगस्त से 52 जिलों में हमलों की कम से कम 205 घटनाओं का सामना करना पड़ा है।
पड़ोसी देश में कई अल्पसंख्यक समूह अपने अधिकारों की रक्षा के लिए कानून लागू करने की मांग कर रहे हैं। एक हिंदू छात्र समूह ने तो यूनुस के समक्ष प्रस्तुत करने के लिए मांगों की आठ सूत्री सूची भी तैयार की है।