उत्तर प्रदेश : अस्थाई जेल के बंदी ने लगाई शौचालय में फांसी, उड़ी प्रशासन की नींद

बीते दिन रविवार को उत्तर प्रदेश के मेरठ में अस्थाई जेल सर छोटूराम इंजीनियरिंग कॉलेज के एक बंदी ने शौचालय में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। इसका पता तब चला जब दूसरे बंदी ने जेल प्रशासन को शौचालय का दरवाजा ना खुलने की बात कही। जेल के कर्मचारियों द्वारा शौचालय का दरवाजा तोड़ा गया तो बंदी फंदे पर लटका हुआ दिखाई दिया। डिप्टी जेलर और डॉक्टर मौके पर पहुंचे। जिला जेल के वरिष्ठ जेल अधीक्षक मौके पर पहुंचे और घटना की जानकारी ली। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। रात में बंदी के परिजन भी पहुंचे लेकिन पुलिस उन्हें समझाते हुए ले गई और कहा कि सोमवार को पोस्टमार्टम कराया जाएगा।

पुलिस के अनुसार, कैलाश (40) पुत्र रघुवीर निवासी गांव जेवरी थाना कंकरखेड़ा 29 जून को शराब के मामले में कंकरखेड़ा पुलिस ने गिरफ्तार कर सर छोटू राम इंजीनियर कॉलेज स्थित अस्थाई जेल भेजा था। बंदी का कोरोना वायरस का पहला टेस्ट हो चुका था जिसकी रिपोर्ट भी निगेटिव आई थी। दूसरा टेस्ट दो दिन पहले ही हुआ जिसकी रिपोर्ट अभी नहीं आई है।

रविवार देर शाम बंदी अस्थाई जेल में बने शौचालय में पहुंचा और चादर का फंदा बनाकर जंगले में फंदा डालकर फांसी लगा ली। रात में दूसरा बंदी जब शौचालय गया तो अंदर से दरवाजा नहीं खुला। जिसके बाद कर्मचारियों ने दरवाजे को तोड़ा। अस्थाई जेल के डॉक्टर ने देखा और जांच पड़ताल की तो बंदी की मौत हो चुकी थी।

अस्थाई जेल में बंदी की मौत के बाद जिला जेल के वरिष्ठ जेल अधीक्षक बीडी पांडे और डिप्टी जेलर मौके पर पहुंचे और घटना की जानकारी ली। मौके पर मेडिकल पुलिस और सीओ सिविल लाइन भी पहुंचे। पुलिस ने बंदी के शव को मोर्चरी भेज दिया है। वरिष्ठ जेल अधीक्षक बीडी पांडे का कहना है कि पूरे मामले की जांच की जा रही है। वीडियोग्राफी करा कर पोस्टमार्टम कराया जाएगा। बंदी के परिजनों को सूचना दे दी गई है।