राहुल गांधी और केजरीवाल को पाकिस्तान से मिले समर्थन पर खुलकर बोले प्रधानमंत्री, यह जाँच का गम्भीर विषय है

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को पाकिस्तान से मिले 'समर्थन' पर खुलकर बात की है। पीएम मोदी ने कहा है कि यह जांच और पड़ताल का गंभीर विषय है। उल्लेखनीय है कि भारत में अभी लोकसभा चुनाव चल रहे हैं और बीते दिनों कांग्रेस नेता राहुल गांधी और अरविंद केजरीवाल को लेकर पाकिस्तान से टिप्पणियां आ चुकी हैं।

न्यूज एजेंसी 'आईएएनएस' ने जब पाकिस्तान से राहुल और केजरीवाल को लेकर किए गए कमेंट पर पीएम मोदी से सवाल किया तो प्रधानमंत्री ने कहा, ''चुनाव भारत का है और भारत का लोकतंत्र बहुत ही मैच्योर है, तंदरुस्त परंपराएं हैं। भारत के वोटर्स भी बाहर के किसी की हरकतों से प्रभावित होने वाले मतदाता नहीं हैं। मैं नहीं जानता हूं कि कुछ ही लोग हैं, जिनको हमारे साथ दुश्मनी रखने वाले लोग क्यों पसंद करते हैं। कुछ ही लोग हैं, जिनके समर्थन में आवाज वहां से क्यों उठती है। अब यह जांच पड़ताल का गंभीर विषय है। मुझे नहीं लगता है कि जिस पद पर मैं बैठा हूं, वहां पर ऐसे विषयों पर कोई कमेंट करने चाहिए, लेकिन चिंता मैं समझ सकता हूं।''

दिल्ली में मतदान के बाद दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल ने अपने परिवार के साथ एक फोटो शेयर की थी। इस पर उन्होंने लिखा था, ''मैंने अपने पिता, पत्नी और बच्चों के साथ आज वोट डाला। मेरी माता जी की तबीयत बहुत खराब है। वो नहीं आ पाईं। मैंने तानाशाही, बेरोजगारी और महंगाई के खिलाफ वोट डाला। आप भी वोट डालने जरूर जाएं।'' इस पर पाकिस्तान के पूर्व मंत्री चौधरी फवाद हुसैन ने लिखा, ''शांति और सद्भावना नफरत और उग्रवाद की ताकतों को परास्त करे।''

इसके बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पाकिस्तानी नेता फवाद चौधरी को मुंहतोड़ जवाब भी दिया था। केजरीवाल ने लिखा था कि चौधरी साहब, मैं और मेरे देश के लोग अपने मसलों को संभालने में पूरी तरह से सक्षम हैं। आपके ट्वीट की जरूरत नहीं है। इस वक्त पाकिस्तान की हालत बहुत खराब है। आप अपने देश को संभालिए।

वहीं, इस महीने की शुरुआत में चौधरी फवाद हुसैन ने ही कांग्रेस नेता राहुल गाँधी की भी तारीफ की थी। उन्होंने एक्स पर लिखा था कि अपने परदादा जवाहरलाल (नेहरू) की तरह राहुल गांधी में भी समाजवादी भावना है। बंटवारे के 75 साल बाद भी भारत और पाकिस्तान की समस्याएं जस की तस हैं। राहुल साहब ने कल रात अपने भाषण में कहा कि 30 या 50 परिवारों के पास भारत की 70 प्रतिशत संपत्ति है। यही बात पाकिस्तान के लिए भी लागू होती है, जहां केवल पाकिस्तान बिजनेस काउंसिल नामक एक बिजनेस क्लब और कुछ रियल एस्टेट सेठों के पास पाकिस्तान की 75 फीसदी संपत्ति है। धन का उचित वितरण पूंजीवाद की सबसे बड़ी चुनौती है।