कोरोना संकट / PM मोदी की अहम बैठक, अफसरों को दिए निर्देश - राज्यों से परामर्श कर बनाए इमरजेंसी प्लान

देश में बढ़ते कोरोना की रफ्तार ने अब चिंता बढ़ा दी है। देश में अब तीन लाख से ज्यादा लोग कोरोना वायरस की चपेट में आ चुके हैं। ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज वरिष्ठ मंत्रियों और अधिकारियों के साथ एक बैठक में इस महामारी की स्थिति की समीक्षा की। साथ ही अगले दो महीनों की तैयारियों की स्थिति पर भी चर्चा की। प्रधानमंत्री ने दिल्ली समेत देश के सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में कोरोना की स्थिति की जानकारी ली।

देश में कोरोना वायरस अब रफ्तार पकड़ चुका है। हर रोज करीब 10 हजार नए कोरोना वायरस के मामलों की पुष्टि हो रही है। इस बीच पीएम मोदी ने कोरोना वायरस के वर्तमान संक्रमण की रफ्तार और भविष्य की तैयारियों की स्थिति की समीक्षा बैठक की। पीएम मोदी ने उन राज्यों और क्षेत्रों की स्थिति का जायजा लिया, जहां कोरोना के मामलों में तेजी देखी गई है।

नीति आयोग के सदस्य और एमपावर्ड ग्रुप ऑफ मेडिकल इमरजेंसी मैनेजमेंट प्लान के संयोजक डॉ विनोद पॉल ने बैठक में देश में कोरोना की मौजूदा स्थिति और इसे काबू करने के लिए उठाए जा रहे कदमों के बारे में विस्तृत प्रस्तुति दी। इस बैठक में कोविड-19 (Covid-19) के मामलों को लेकर प्रेजेंटेशन भी दी गई। जिसमें बताया गया कि देश में कोरोना के कुल मामलों में से दो-तिहाई पांच राज्यों में हैं। बड़े शहरों में कोरोना तेजी से फैल रहा है। इसके मद्देनजर बैठक में इस बात पर चर्चा हुई कि टेस्टिंग और बेड्स की संख्या बढ़ाई जाए। साथ ही स्वास्थ्य सेवाओं को भी दुरुस्त किया जाए ताकि रोजाना बढ़ रहे मामलों से कारगर ढंग से निपटा जा सके।

इस बैठक में पीएम मोदी ने स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों को राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों के परामर्श से इमरजेंसी प्लान बनाने का निर्देश दिया है। इसके साथ ही पीएम मोदी ने मानसून की शुरुआत के मद्देनजर स्वास्थ्य मंत्रालय को तैयारियां सुनिश्चित करने के लिए कहा है।

बैठक में गृह मंत्री अमित शाह, स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन, प्रधानमंत्री के प्रिंसिपल सेक्रेटरी, कैबिनेट सेक्रेटरी, स्वास्थ्य सचिव, आईसीएमआर के डीजी भी शामिल हुए।