जन्मदिन विशेष: गुजरात की जनता क्यों करती है मोदी जी को पसंद, आइये हम बताते हैं

हमारे वर्तमान प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी PM Narendra Modi का 17 सितम्बर को जन्मदिन हैं। इस बार वे अपना 68वां जन्मदिवस मनाएँगे। उनके जन्मदिन के उत्सव की झलक पूरे भारत में देखने को मलती हैं, खासतौर पर गुजरात में। आखिर गुजरात की जनता उन्हें इतना पसंद जो करती हैं। लेकिन क्या अप जानते हैं कि गुजरात की जनता नरेन्द्र मोदी को इतना क्यों पसंद करती हैं जो उन्हें चार बार लगातार अपना मुख्यमंत्री चुना। तो आइये आज उनके जन्मदिन के मौके पर हम आपको बताते है कि क्यों गुजरात की जनता मोदी को इतना पसंद करती हैं।

2001 में गुजरात में भयानक भूकंप आया और पूरे गुजरात में भारी विनाश हुआ। गुजरात सरकार के राहत कार्य से ना खुश होकर भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने नरेन्द्र मोदी को गुजरात का मुख्यमंत्री बना दिया। मोदी ने काफी कुशलता से राहत कार्य संभाला और गुजरात को फिर से मज़बूत किया।

मोदी ने गुजरात को भारत का सबसे बेहतरीन राज्य बना दिया। उन्होंने गाँव गाँव तक बिजली पहुँचाई। देश में पहली बार किसी राज्य की सभी नदियों को जोड़ा गया जिससे पूरे राज्य में पानी की कमी दूर हुई। एशिया के सबसे बड़े सोलर पार्क का निर्माण गुजरात में हुआ। गुजरात के सभी गाँवों को इंटरनेट से जोड़ा गया और टूरिज़्म को भी बढ़ावा दिया गया। मोदी के कार्यकाल में गुजरात में बेरोज़गारी काफी कम हुई और महिलाओं की सुरक्षा में काफी मज़बूती आई। इन्ही कारणों की वजह से गुजरात की जनता ने मोदी को चार बार लगातार अपना मुख्यमंत्री नियुक्त किया।

1983 में गुजरात यूनिवर्सिटी से राजनीति विज्ञान में मास्टर्स की डिग्री हासिल की

मोदी का बचपन बहुत ही संघर्ष और कठिनाइयों में गुजारा था। उनकी प्रारम्भिक शिक्षा वडनगर में हुई थी, जहाँ के शिक्षकों का कहना हैं कि मोदी पढने में सामान्य थे, लेकिन वाद-विवाद में उनकी रूचि थी। मोदी उस समय अपने भाई सोमा के साथ मिलकर चाय बेचते थे। मोदी के बचपन में चाय बेचने की बात चुनावों में कई बार हुई थी, मोदी ने खुद अपने चुनावी रैलियों में ये बात जनता के समक्ष रखी थी।

1967 में वडनगर में अपनी स्कूल की शिक्षा पूरी करके मोदी ने घर छोड़ दिया और ऋषिकेश, हिमालय,रामकृष्ण मिशन और उत्तर-पूर्व भारत के विभिन्न राज्यों की संस्कृति, को देखा और समझने की कोशिश की। 4 साल बाद 1971 में मोदी जब भारत भ्रमण कर गुजरात लौटे, तो वो अहमदाबाद में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ में प्रचारक बन गए। 1978 में पत्राचार से मोदी ने दिल्ली यूनिवर्सिटी से राजनीति विज्ञान में ग्रेजुएशन की और 1983 में गुजरात यूनिवर्सिटी से राजनीति विज्ञान में ही मास्टर्स की डिग्री हासिल की।