जन्मदिन विशेष: नरेंद्र मोदी द्वारा लिखी गई है ये किताबें, जानिए क्या कहती है

नरेन्द्र मोदी ने अपने 68 साल के इस जीवन में कई उतार-चढ़ाव देखे हैं। नरेन्द्र मोदी का जीवन किसी प्रेरणा से काम नहीं हैं। एक चाय बेचने वाले से प्रधानमन्त्री बनने तक का सफ़र सच में आज के युवा में नया जोश उत्पन्न करता हैं। आज उनके जन्मदिन के मौके पर हम आपको उनकी लिखी गई किताबों के बारे में बताने जा रहे हैं, जो हमें किसी ना किसी रूप में पप्रेरणा प्रदान करती हैं। तो आइये जानते हैं मोदीजी द्वारा लिखी गई किताबों के बारे में।

* ज्योतिपुंज

ज्योतिपुंज में उन सभी लोगो के बारे में लिखा गया हैं जो नरेंद्र मोदी को प्रभावित करते हैं और जिनका मोदी की कार्य-शैली पर बहुत प्रभाव हैं, इसमें मोदी ने अपने प्रचारक जीवन में जिन लोगों से प्रेरणा ली उनके बारे में लिखा है।

* एडोब ऑफ़ लव

यह किताब नरेंद्र मोदी की लिखी हुयी 8 छोटी कहानियों का संग्रह हैं। यह मोदी ने बहुत कम उम्र में लिख ली थी। यह उनके संवेदात्मक और स्नेह युक्त व्यक्तित्व को दिखाती है।

* प्रेमतीर्थ

यह भी कहानियों का संग्रह ही हैं जिसमे मोदी ने माँ के प्यार को बहुत ही आम और प्रभावी भाषा में समझाया हैं।

* केल्वे ते केलवानी

यह किताब गुजरती भाषा में लिखी गईं हैं जिसका मतलब होता हैं “शिक्षा वो होती हैं जो पोषण देती हैं” वास्तव में यह मोदी के बुद्धिमत्ता पूर्ण वक्तव्यों का संग्रह हैं।

* साक्षीभाव

यह जगत जननी माँ को लिखे पत्रों की सीरीज है। यह मोदी के अंतर्मन और उनके भावों को बताती हैं

* सामाजिक समरसता

यह नरेंद्र मोदी के लेक्चर और आर्टिकल का संग्रह हैं,किताब “अपनी राय को सिर्फ शब्दों में हीं नहीं कामों से भी व्यक्त करो” इस किताब के लिए उपयुक्त मुहावरा हैं। किताब मोदी के सामाजिक सामंजस्य की समझ को बताती हैं जिसमे जाति आधारित कोई वर्गीकरण ना हो।

* कन्वीनिएँनट एक्शन : गुजरात रेस्पोंस टू चैलेंजस ऑफ़ क्लाइमेट चेंज

अंग्रेजी में प्रकाशित यह किताब पहली किताब हैं। इसमें गुजरात राज्य में जलवायु परिवर्तन और राज्य के आम-जन के इस परिवर्तन से सामना करने के तरीके के बारे में बताया गया हैं।