राजस्थान में इस बार भी प्राइमरी स्टूडेंट्स को क्रमोन्नत करने की संभावना, नहीं होगी 5वीं की बोर्ड परीक्षा

कोरोना के चलते इस बार शिक्षण सत्र में कक्षाएं नहीं लग पाई और ऑनलाइन कक्षा को तवज्जो दिया गया। अब परीक्षाओं को लेकर संशय बना हुआ है। पिछली साल की तरह इस बार भी कक्षा एक से 5वीं के विद्यार्थियों को क्रमोन्नत करने की तैयारी है। शिक्षा निदेशालय ने इस संबंध में राज्य सरकार को प्रस्ताव भेजे हैं। स्वीकृति मिलते ही इस पर अमल किया जाएगा।

पांचवीं बोर्ड की परीक्षा पंजीयक शिक्षा विभागीय परीक्षाएं राजस्थान की ओर से करवाई जाती है। अमूमन ये परीक्षा 10वीं-12वीं की बोर्ड परीक्षा के बाद अप्रैल में होती है। कोरोना संक्रमण के चलते पिछली बार भी पांचवीं बोर्ड की परीक्षा नहीं हुई थी। परीक्षा के बिना ही बच्चों को अगली कक्षा में प्रमोट कर दिया गया था।

दरअसल पिछले साल सत्र शुरू होने के बाद से ही पहली से पांचवीं क्लास के स्कूल बंद हैं। इन विद्यार्थियों की पढ़ाई आओ घर से सीखें और स्माइल टू प्रोजेक्ट के तहत ऑनलाइन चल रही है। उधर, कोरोना भी वापस बढ़ रहा है। ऐसे में शिक्षा विभाग ने पिछली बार की तरह इस बार भी पहली से पांचवीं कक्षा के बच्चों को अगली क्लास में प्रमोट करने का प्रस्ताव बनाया है। माध्यमिक शिक्षा निदेशक सौरभ स्वामी ने बताया कि छठी-सातवीं और 9वीं-11वीं की परीक्षाएं अप्रैल में करवाई जाएंगी। इस संबंध में सभी जिला शिक्षा अधिकारियों और जिला समान परीक्षा योजना के संयोजकों को दिशा निर्देश दे दिए गए हैं। इन कक्षाओं की परीक्षा का टाइम टेबल जल्द जारी कर दिया जाएगा।