राजस्थान में बढ़ी सियासी हलचल, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के निवास पर लगा नवनिर्वाचित विधायकों का जमावड़ा

जयपुर। राजस्थान के सियासी गलियारों में हलचल तेज है। राजस्थान में राज बदलने की तैयारी में भाजपा जुट चुकी है। पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के घर पर नवनिर्वाचित विधायकों के आने-जाने का सिलसिला लगातार जारी है। जयपुर में वसुंधरा राजे के जयपुर के सरकारी आवास पर उनके समर्थक विधायकों का डिनर रखा गया है। ज़्यादातर विधायक वो हैं जिनके इलाक़ों में वो प्रचार के लिए गई थीं। पिंडवाड़ा के विधायक समाराम गारसिया ने इसकी पुष्टि की। वहीं कुछ विधायक शिष्टाचार मुलाक़ात के बाद वसुंधरा राजे के घर से रवाना भी हो गए। इसके बाद विधायक कालीचरण सराफ़, पुष्पेंद्र सिंह, मंजू मेघवाल भी वसुंधरा के घर पहुंचे।

वसुंधरा राजे से आज मिलने आये विधायकों में गोपी चंद मीना, गोपी कोहली, विजय सिंह, ललित मीणा, समाराम गार्सिया समेत कई नव निर्वाचित विधायक शामिल रहे। विधायक के के विश्नोई, पुष्कर विधायक सुरेश रावत, बांदीकुई विधायक भागचंद टाकड़ा भी वसुंधरा से मिलने पहुंचे थे। गौरतलब है कि अभी तक 25 से ज्यादा विधायकों की वसुंधरा राजे से मुलाकात हो चुकी है।

वसुंधरा राजे से मिलने वाले विधायकों में ये विधायक शामिल हैं—

1. मालवीय नगर विधायक कालीचरण सराफ

2. शेरगढ़ विधायक बाबू सिंह राठौड़

3. दूदू प्रेमचंद बैरवा

4. मनोहरपुर थाना विधायक गोविन्द रानीपुरिया

5. किशनगंज विधायक ललित मीणा

6. अंता विधायक कंवरलाल मीणा

7. बारां विधायक राधेश्याम बैरवा

8. डग विधायक कालूलाल मीणा

9. गुड़ामालानी विधायक केके विश्नोई

10. सिकराय विधायक विक्रम बंशीवाल

11. बांदीकुई विधायक भागचंद टाकड़ा

12. नसीराबाद विधायक रामस्वरूप लांबा

13. छबड़ा विधायक प्रताप सिंह सिंघवी

14. जहाजपुर विधायक गोपीचंद मीणा

15. वैर विधायक बहादुर सिंह कोली

16. ब्यावर विधायक शंकर सिंह रावत

17. जायल विधायक मंजू बाघमार

18. नावां विधायक विजय सिंह चौधरी

19. पिंडवाड़ा-आबू रोड विधायक समाराम गरासिया

20. निवाई विधायक रामसहाय वर्मा

21. बाली विधायक पुष्पेंद्र सिंह राणावत

22. केकड़ी विधायक शत्रुघ्न गौत्तम

राजस्थान भाजपा सरकार बनाने की तैयारी में जुट चुकी है। राजस्थान में 199 सीटों के लिए हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा को 115 सीटें मिली हैं वहीं कांग्रेस के खाते में 69 सीटें गईं जबकि 13 सीटें अन्य और 2 सीटें बसपा को मिलीं है।