सीकर : बुजुर्ग की मौत को पुलिस मान रही थी प्राकृतिक लेकिन निकली हत्या, पड़ोसी ही निकला आरोपी

बीते दिनों 29 जनवरी को खंडेला में एक बुजुर्ग की शव खेत में चारपाई पर मिला था। इसे पुलिस प्राकृतिक मौत मान रही थी। लेकिन बाद में खुलासा हुआ कि पड़ोस के खेत मालिक ने ही बुजुर्ग की हत्या की थी।परिजन ने इसे हत्या बताते हुए प्रदर्शन किया था। इसके बाद पुलिस को बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाना पड़ा। पोस्टमार्टम की रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज किया। इस मामले पुलिस ने गांव के ही रामेश्वरलाल जांगू को गिरफ्तार किया है। रामेश्वेर का खेत मृतक के खेत के पास में हैं।

मुरलीधर के बेटे कैलाशचंद ने 29 जनवरी को एफआईआर दर्ज कराई था। जिसमें बताया गया था कि खंडेला में बहुजी की ढाणी निवासी मुरलीधर जांगू रात को अपने खेतों में फसल की रखवाली के लिए गया थे। जो सुबह भी घर नहीं लौटे। परिवार वाले खेतों में गए तो चारपाई पर मुरलीधर का शव पड़ा था। परिजन ने इसे हत्या बताते हुए हंगामा किया। इसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने प्राकृतिक मौत मान रही थी। हालांकि, परिजनों की मांग पर डॉग स्क्वॉड और एफएसएल टीम को भी मौके पर बुलाया गया था। बाद में शव का पोस्टमार्टम भी कराया था।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सामने आया कि बुजुर्ग की हत्या दम घुटने से हुई है। पसलियों में भी चोट के निशाल मिले थे। इस पर पुलिस ने जांच की तो सामने आया कि पिछले कई दिनों से खेतों में मकान बनाकर रहने वाले पडोसी रामेश्वरलाल से रंजिश चल रही है। रामेश्वरलाल शराबी भी है। वह मारपीट और झगड़ालू भी है। जिसके बाद पुलिस ने उसे बुलाकर पूछताछ की तो मामला खुल गया।

दरअसल, परिजन का कहना है कि जब हम खेतों में आए तो बाउजी के नाक और कान से खून निकला हुआ था। ऐसा मुंह के दबाने से ही होता है। जबकि पुलिस का कहना था कि उम्र और परिस्थितियों से तो हत्या का मामला नहीं लगता। इसके बाद ग्रामीण आ गए और पंचों ने दबाव बनाया तो मामला दर्ज किया गया।