हम जीरो लाइन के काफी करीब थे, लेकिन हम अपने हवाई क्षेत्र के भीतर थे, भारतीय सेना को फायरिंग नहीं करनी चाहिए थी- PoK पीएम

भारत के हवाई क्षेत्र में घुसे पाकिस्तानी हेलीकॉप्टर में अब मामला चोरी के बाद सीनाजोरी का बन गया है। पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओेके) के प्रधानमंत्री राजा फारूक हैदर ने दावा किया है कि वह जिस सफेद हेलिकॉप्टर में सफर कर रहे थे वह नियंत्रण रेखा के 'बहुत करीब' तो था, लेकिन पाकिस्तानी हवाई क्षेत्र के भीतर ही था। और इसी वजह से भारतीय अधिकारियों को इस उड़ान की जानकारी देने की कोई जरूरत नहीं थी और वह कोई सैन्य हेलीकॉप्टर नहीं था। ‘डॉन’ से बातचीत में हैदर ने कहा कि यह घटना 12 बज कर करीब 10 मिनट पर हुई। उन्होंने कहा, "मेरे एक मंत्री के भाई के निधन पर शोक जताने और एलओसी से सटे इलाके के निवासियों से मिलने के लिए मैं फॉरवर्ड कठुआ गया था। हम अब्बासपुर की तरफ से लौट रहे थे कि तभी भारतीय थलसेना ने अचानक मेरे हेलिकॉप्टर पर गोलीबारी शुरू कर दी। खुशकिस्मती से हमें कोई नुकसान नहीं हुआ और हेलिकॉप्टर भी क्षतिग्रस्त नहीं हुआ।"

- हैदर ने कहा, "हम जीरो लाइन के काफी करीब थे, लेकिन हम अपने हवाई क्षेत्र के भीतर थे। इसके अलावा, यह एक असैन्य हेलिकॉप्टर था, इसलिए भारतीय थलसेना को इस पर गोली नहीं चलानी चाहिए थी।"

- उन्होंने कहा कि स्टैंडर्ड प्रक्रिया के मुताबिक, उड़ान भरने से पहले दोनों तरफ से सैन्य हेलिकॉप्टर एक-दूसरे को सूचित करते हैं, लेकिन यह असैन्य हेलिकॉप्टर था जिसकी वजह से इस बारे में सूचना देने की जरूरत नहीं थी।

- उन्होंने कहा कि वह उस इलाके में अक्सर आते-जाते रहते हैं, लेकिन ऐसी घटना पहले कभी नहीं हुई।
- हैदर ने कहा कि वह पाकिस्तान सरकार को इस मामले से अवगत कराएंगे ताकि वह इस मुद्दे को उठाए और उचित कार्रवाई करे। नेशनल असेंबली में नेता प्रतिपक्ष और पीएमएल-नवाज के अध्यक्ष शाहबाज शरीफ ने कहा कि यह हमला अंतरराष्ट्रीय एवं द्विपक्षीय कानूनों और राजनयिक नियमों का उल्लंघन है।

पाकिस्तान ने चॉपर डेंजर जोन में क्यों भेजा

आपको बता दें कि कल यानी रविवार के दोपहर 12:15 से 12:20 बजे के बीच पाकिस्तान का एक हेलीकॉप्टर भारतीय सीमा में घुस आया। भारतीय सेना ने हेलीकॉप्टर पर फायरिंग की जिसके बाद हेलीकॉप्टर वापस पाकिस्तानी सीमा में चला गया। बताया जा रहा है कि भारतीय ‌सैनिकों ने वार्निंग-शॉट्स फायर किए‌ थे, क्योंकि पाकिस्तानी हेलीकॉप्टर भारत‌ की सीमा में दाखिल नहीं हुआ था। लेकिन एलओसी के एयर-स्पेस का उल्लंघन किया था। लेकिन सवाल है कि पाकिस्तानी एटीसी ने वीआईपी चॉपर को डेंजर जोन क्यों भेज दिया?

पाकिस्तान ने मानी एक्सीडेंटल घटना

भारतीय ‌सेना‌‌ के प्रवक्ता के मुताबिक, दोपहर 12.10 बजे‌ वायुसेना ‌के पश्चिमी कमान‌ के ‌रडार ने‌‌ एलओसी पर‌ एक‌ हेलीकॉप्टर ‌को‌‌ ट्रैक‌‌ दिया। इसके बाद एलओसी ‌पर‌ तैनात सैनिकों ‌ने छोटे ‌हथियारों से हेलीकॉप्टर पर‌ फायर ‌किया‌‌ तो‌ हेलीकाप्टर ‌वापस‌ पाकिस्तान ‌की‌ एयर‌ स्पेस (सीमा) में वापस‌‌ लौट‌ गया।‌ बाद में पाकिस्तान ने जानकारी ‌दी कि ये एक 'एक्सीडेंटल (गलती से हुई)’ घटना‌ थी।

पीओके में पीएमएल-एन की ही सरकार है और हैदर इसी पार्टी के नेता हैं। पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने अब तक इस घटना पर कोई टिप्पणी नहीं की है।