राम जन्मभूमि को कोरोना से बचाने की कवायद, जिस रास्ते से पीएम मोदी गुजरेंगे उसे किया जाएगा सैनिटाइज

अयोध्या में पांच अगस्त को राम मंदिर निर्माण के भूमि पूजन के दिन पूरे देश में उत्सव और दीपावली मनाई जानी है। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार और केंद्र की मोदी सरकार मंदिर निर्माण से जुड़े हर पहलू को भव्य बनाने के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहती है। पूरे शहर में जगह-जगह राम के जीवन से जुड़ी हुई कलाकृतियां और पेंटिंग बनाई गई हैं। अयोध्या को इस तरह से सजाया जा रहा है कि पांच अगस्त को जब भूमि पूजन का कार्यक्रम हो तो इसकी भव्यता अलग ही नजर आए। वहीं, कोरोना के बीच श्रीरामजन्मभूमि को कोरोना फ्री बनाए रखना बड़ी चुनौती है। यही वजह है कि 1 किमी के इस इलाके में मौजूद हर व्यक्ति का कोरोना टेस्ट किया जा रहा है। बता दे, पीएम मोदी राम मंदिर के भूमिपूजन के लिए 5 अगस्त को अयोध्या आ रहे हैं।

श्रीरामजन्मभूमि में रामलला की पूजा में लगे सहायक पुजारी के कोरोना पॉजिटिव आने के बाद उनके संपर्क में आए मुख्य पुजारी सतेंद्र दास, सहायक पुजारी अशोक और भंडारी को प्रशासन ने 3 दिन के लिए आइसोलेट कर दिया है। 3 अगस्त तक ये सभी आइसोलेट रहेंगे। इनकी जांच भी हो चुकी है और रिपोर्ट निगेटिव आई है।

जिस एक किलोमीटर के रास्ते से पीएम मोदी गुजरेंगे उसे भी सैनिटाइज किया जा रहा है। साकेत डिग्री कॉलेज में पीएम के लिए हेलिपैड बनाया गया है। यहां से पीएम रामजन्मभूमि तक जाएंगे, जो लगभग एक किमी लंबा है। उस इलाके में लोगों का एंटीजन टेस्ट किया जा रहा है।

एसएसपी दीपक कुमार के मुताबिक सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम के अलावा उनकी पहली प्राथमिकता कोरोना को लेकर है। यही वजह है कि 3 अगस्त से ही अयोध्या की सीमाएं सील हो जाएंगी। साथ ही 5 अगस्त को एक जगह पर 5 से ज्यादा लोगों के इकट्ठा होने पर रोक रहेगी।

पीएम की सुरक्षा को और पुख्ता करने और उसे कोरोना फ्री करने के लिए जिला प्रशासन ने ऐसे 200 पुलिसकर्मियों को चुना है, जिनकी उम्र 45 साल से कम हो और जिनका टेस्ट निगेटिव आया हो। ऐसे पुलिसकर्मी ही पीएम के सुरक्षा घेरे में रहेंगे।